चक्करभाटा :- श्री झूलेलाल मंदिर झुलेलाल नगर चक्कर भाटा में गुरुकुल की शिक्षा आरंभ हुई आप लोग सोचते होंगे गुरुकुल तो रामायण और महाभारत में टीवी सीरियल में देखा था और किताबों में पड़ा है कहानी में पड़ा है पर अभी के समय में गुरुकुल वह भी शहर में श्री झुलेलाल मंदिर में आरंभ हुआ है तो सोच में पड़ गए पर यह हकीकत है और सच है,

साधु वासवानी सेंटर बिलासपुर इकाई के प्रमुख डॉक्टर रमेश कलवानी सपना कलवानी के द्वारा अथक प्रयास से वह मेहनत से दादा के बताए हुए राह पर चलते हुए इस गर्मी के तीन महीनों में गुरुकुल की शिक्षा आरंभ की है शुरुआत रामावैली से की गई प्रथम द्वितीय सप्ताह उसके बाद चेटीचंड्र के अवसर पर संत सांई लाल दास जी के आशीर्वाद से रविवार को सुबह 10:30 से 12:00 बजे तक यह गुरुकुल की शिक्षा आरंभ होती है जिसमें पूज्य बरखा भाभी मां विशेष रूप से इस गुरुकुल में शामिल होकर आए हुए सभी शिष्यो को शिक्षा ग्रहण करवाती है साथ में शिक्षा देने के लिए डॉक्टर अभिषेक कलवानी, डॉ एकता कलवानी, अलग-अलग तरीकों से बच्चों को सनातन धर्म से जोड़ते हैं कैसे तो सुनिए , सत्र की शुरुआत ॐ ओम के जाप के मंत्र से होती,
उसके बाद प्रार्थना आरंभ होती है इतनी शक्ति हमें देना दाता….
संस्कृत के श्लोक और मंत्रों का उच्चारण कराया जाता है उनका अर्थ समझाया जाता है हनुमान चालीसा की प्रथम चौपाई का भावार्थ बताया जाता है ,

प्रणाम उनुलोम, विलोम और भा्मरी करवाई जाती है उसके लाभ भी बताए जाते हैं सिमी भगतानी के द्वारा बच्चों के साथ आनंद दायक जुंबा सेशन करवाना ,गेम करवाना गेम के माध्यम से सुंदर संदेश दिया जाता है डॉ अभिषेक कलवानी के द्वारा मोबाइल और रील्स अधिक देखने के नुकसान के बारे में बच्चों को समझाया जाता है हमें स्क्रीन टाइम कम करना चाहिए किताबें अधिक पढ़नी चाहिए उससे ज्ञान बढ़ता है किताब में ज्यादा पढ़ने से और कई ऐसे बातें ज्ञान की बच्चों को समझाइए और बताई जाती है स्कूल में आप पढ़ाई कर सकते हैं लेकिन इस गुरुकुल में जो शिक्षा ग्रहण कराई जाती है वह जो संस्कार दिए जाते हैं वह और कहीं नहीं मिलते यहां पर पुराणों कथाओं के अनुसार ही बच्चों को शिक्षा ग्रहण कराई जाती है इस 3 माह में अधिक से अधिक बच्चे इसका लाभ ले इसके लिए भी कार्य किया जा रहा है जो प्रमुख गतिविधियां हैं इस गुरुकुल की,
मंत्र कीर्तन
संस्कृति और शिक्षा
कथाएं एवं भजन
योग एवं ज्ञान
कला एवं शिल्प
सामूहिक सेवा
ओर अन्य गतिविधियां इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में साधु वासवानी सेंटर बिलासपुर इकाई के सभी सदस्यों का पूरा-पूरा सहयोग रहा और इसमें झूलेलाल मंदिर के सेवादारियों का भी विशेष सहयोग मिलता है