बिलासपुर :- इस भागम भाग जिंदगी में हर कोई अपने लिए जि राह है अपने लिए कार्य कर रहा है ऐसे में कोई अपना दोस्त मोबाइल को बना देता है तो कोई कंप्यूटर को और कोई टीवी को और कोई बिल्ली, कुत्ते जानवर को, अपना दोस्त बना देते हैं,अकेलापन और थोड़ी सी खुशी के लिए लोग कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं पर ऐसे में एक महिलाओं की टीम आपस में जुड़ी इसमें हम उम्र की उम्रदराज की भी महिलाएं साथ में हैं इन सबको जोड़ने का काम किया सोनू मोटवानी ने, इन्होंने एक ग्रुप बनाया वह कई महिलाओं को उसमें जोड़ा और इसमें थोड़ी मस्ती थोड़ी खुशी और एंजॉय खूब ऐसा ही एक किटी पार्टी रखी गई शहर के एक निजी होटल में और आज की थीम का जो नाम दिया गया था वह है
(मुग़ल-ए-आज़म)

जब यह नाम आपके सामने आता है तो सबसे पहले जो कानों में गाना सुनाई देता है
(जब प्यार किया तो डरना क्या प्यार किया कोई चोरी नहीं की चुप चुप कर आहे भरना क्या जब प्यार किया तो डरना क्या )
वह गाना मुमताज गाती है और जो दृश्य दिखाई देता है सामने बैठे होते हैं शंहशहा जो सलीम होता है उसका चेहरा भी आंखों के सामने तैरता है, इसी पुरानी पिक्चर के नाम पर उन्होंने आज की थीम रखी थी और हर महिला को अनारकली की तरह ड्रेस पहन के आना था गेटप में आना था सभी महिलाएं अपने-अपने हिसाब से अनारकली बनकर आई थी मुग़ल-ए-आजम की एक खास ताजिद को यादगार बनाते हुए यह आज की शाम मुग़ले-ए-आज़म के नाम रखी गई थी इतने कम समय में बहुत सुंदर तरीके से आज की शाम को यादगार बना दिया आदाब नजाकत और शान का जश्नन था

एक असली रॉयल महफिल का एहसास था सभी महिला आपस में मिली जुली अच्छी तरह आज के इस महफिल का आनंद लिया वह आखिर में सिंधी और हिंदी गीतों पर सुंदर नृत्य भी किया नाचे भी गाए भी झूमे भी बहुत सारे स्वादिष्ट व्यंजनों का लुफ्त भी उठाया खेल भी खेला इसमें फर्स्ट सेकंड थर्ड प्राइस भी विजेताओं को दिए , इस पूरे आयोजन को हमर संगवारी से विजय दुसेजा ने कवर किया,

इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में एक पूरी टीम का पूरा सहयोग रहा इसमें पहला नाम है सोनू मोटवानी,
तोशिका, परमिंदर, जानू ,किरण, मधु, मुस्कान, संगीता ,सोनी, सुनीता, वर्षा, गुंजन,