बिलासपुर:- चंद्र दिवस श्री झूलेलाल मंदिर झूलेलाल नगर चक्करभाटा में धूमधाम के साथ मनाया गया कार्यक्रम की शुरुआत रात्रि 10:00 बजे भगवान झूलेलाल बाबा गुरमुख दास जी के फोटो पर पुष्प अर्पण कर दीप प्रजवलित करके की गई इस अवसर पर बुरहानपुर मध्य प्रदेश से अजय मुकेश सिंगर के द्वारा भक्ति मय संगीत मय कार्यक्रम की शानदार प्रस्तुति दी गई एक से बढ़कर एक अपने भजनों से लोगों का दिल जीत लिया वह भक्तजन झूम उठे इस अवसर पर उन्होंने कहा कि
(यह भगवान झूलेलाल का घर है नसिबो वाला और यहां पर वहीं पहुंचता है जो है किस्मत वाला)
बड़े भाग्यशाली लोग होते हैं जो भगवान के घर में मंदिरों में पहुंचते हैं और आज का दिन तो सिंधी समाज के लिए डबल खुशी का दिन है एक तरफ आज चंद्र दिवस है दूसरी और झूलेलाल चालिहा महोत्सव का आज प्रथम दिन है जो यहां पर झुलेलाल मंदिर झूलेलाल नगर चक्करभाटा में मनाया जा रहा है आज बड़े भाग्यशाली हैं वे लोग जो यहां पर आए हैं और अपनी हाजिरी लगाई है उन्हें भगवान की डबल कृपा प्राप्त होगी लोग तो बहुत हैं कुछ लोग शादियों में पार्टियों में खा पी कर ऐश कर रहे हैं पर कुछ लोग आज यहां पर हाजरी लगा रहे हैं और जो आज यहां आया है उनकी मुराद जरूर पूरी होगी उनकी झोली जरूर भरेगी कहते हैं ना जब भगवान का भक्त सच्चा हो ईमानदार हो और अगर वह सच्चे दिल से कुछ मांगे तो उसकी हर प्रार्थना भगवान मंजूर करते हैं सुनते हैं और आज आप लोग जो मांगोगे जरूर मिलेगा,ओर आपकी प्रार्थना वहां तक पहुंचाने के लिए सांई जी बैठे हैं जो सुबह से लेकर शाम तक नित्य नियम आज 40 दिनों तक भगवान के भक्ति में लगे रहेंगे और आपकी जो भी तकलीफ परेशानी हो दूर हो उसके लिए भगवान से विनती करेंगे आपके लिए और बहुत ही सरल भगवान झूलेलाल जी हैं हमारे जो जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं पर जरूरत है सच्चे मन की सच्चे भाव की और ईमानदारी से भक्ति की कार्यक्रम के आखिर में प्रथम दिन की पौड़ी पढ़ी गई आरती की गई पल्लव पाया गया प्रसाद वितरण किया गया आए हुए सभी भक्तजनों के लिए आम भंडारे का आयोजन किया गया बड़ी संख्या में भक्त जनो ने आज का भंडारा ग्रहण किया आज के इस पूरे कार्यक्रम का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया हजारों की संख्या में घर बैठे आज के इस कार्यक्रम को लोगों ने आनंद लिया इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप बाबा गुरुमुख दास सेवा समिति के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा
भवदीय
विजय दुसेजा