दिल को भगवान की भक्ति में लगाया करो और दिमाग को बिजनेस में लगाया करो,, कुंदन भाई साहब

परम पूजनीय ब्रह्मलीन बाबा गेलाराम साहब जी के अवतरण दिवस के अवसर पर कुंदन भाई साहब के द्वारा सत्संग कीर्तन किया गया गोदडी़ वाला धाम , सिंधी कॉलोनी बिलासपुर में कार्यक्रम की शुरुआत बाबा हरदास राम ,बाबा गैलाराम जी की मूर्ति पर पुष्प अढ़पण कर दीप प्रज्वलित करके की गई कुंदन भाई साहब के द्वारा कई भक्ति भरे भजन व गीत गाए जीसे सुनकर उपस्थित भक्तजन झूम उठे इस अवसर पर भाई कुंदन डोडवानी ने अपनी अमृतवाणी में संत जनों के कई प्रसंग सुनाए जिसमें एक प्रसंग बाबा गेलाराम साहिब जी का ,था उन्होंने बताया कि बाबा गैलाराम साहब बड़े दयालु संत थे सच्चे फकीर थे, और हम छत्तीसगढ़ वासियों के लिए बड़ी खुशी की बात है कि बाबा भाटापारा के रहने वाले थे उनका जन्म स्थान भाटापारा था, बाबा के पास


जो भी कोई अगर भक्तजन आता था और कुछ रुपए उनके जेब में डालते थे तो उन पैसों को बाबा अपने पास कभी नहीं रखते थे कोई भी अगर दुखी परेशान व्यक्ति आता और बाबा से कुछ मांगता तो बाबा तुरंत अपने जैब के सारे रुपए निकाल कर उसे दे देते हमेशा उन पैसों को दीन दुखियों की सेवा में खर्च करते थे परमार्थ के कार्य लगाते थे ऐसा ही एक प्रसंग और था एक दिन दरबार साहब में सत्संग चल रहा था प्रतिदिन भंडारा का भी आयोजन था जब सेवादार अंदर गए तो तेल नहीं था ,पूरा खत्म हो गया था
आकर बाबा को बताया बाबा ने कहा चिंता मत करो जाकर अंदर कुआं है वहां से चार बाल्टी तेल निकाल लो सेवदारी हैरान हो गया कि कुएं में तेल कहां से आएगा वहाँ तो पानी है और पानी में जलेबी रसगुल्ला पूड़ी सब्जी कैसे बनेगी , सोचने लगा पर बाबा ने कहा है तो वह गया और चार बालटी निकाल के और जब उसने पूड़ी डाली पानी में तो पूड़ी तलने लगी रसगुल्ला भी बने सब्जी भी बनी भरपूर भंडारा तैयार हुआ कुछ समय बाद एक व्यक्ति आया और कहां सेवादारी से की भाई 25 टिपा तेल आया है

बैलगाड़ी में पड़ा है चलो उतरवा लो तो उसने पूछा किसने भेजा है तो उन्होंने कहा मुझे पता नहीं मुझे कहा गया कि बाबा के दरबार में तेल जाकर छोड़ कर आना ,तो जाकर बाबा को बताइए तो बाबा ने कहा भगवान की जैसी इच्छा है सब तेल को अंदर रखवा दो भक्तों के भंडारे के लिए काम आएगा पर जितनी बाल्टी तूने तेल कुआँ से निकाली है उसमें वापस बाल्टी कुएं में डाल देना यह चमत्कार सच्चे संत और फकीर ही कर सकते हैं और बाकी कोई नहीं कर सकता है सच्ची कमाई तो उन संतों ने की थी हम तो सिर्फ यह कागजों की कमाई कर रहे हैं असली कमाई तो वही करके गए हैं जीसके कारण आज भी हम उन्हें याद करते हैं और हमारे काम हो जाते हैं


उल्हासनगर,से धन गुरु नानक दरबार से मनोहर भाई साहब विशेष रूप से आज के इस सत्संग कीर्तन में शामिल हुए बाबा गेलाराम बाबा हरदास राम सेवा समिति के सदस्यों के द्वारा शाल पहनाकर प्रसाद देकर उनका स्वागत व सम्मान किया गया भाई कुंदन डोडवानी का ,भी स्वागत और सत्कार किया गया कार्यक्रम के आखिर में गुरु ग्रंथ साहब को भोग लगाया गया आरती की गई अरदास की गई पल्लो पाया गया प्रसाद वितरण किया गया आए हुए सभी साध संगत के लिए आम भंडारा का आयोजन किया गया बड़ी संख्या में भक्त जनो ने भंडारा ग्रहण किया आज के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में बाबा गेलाराम बाबा हरदास राम सेवा समिति के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा