जीरो नामांकन वाली स्कूलों में लगेगा ताला, शिक्षकों की होगी काउंसलिंग

🛑 रीवा (अखंड सत्ता) : बड़ी खबर
मध्यप्रदेश सरकार ने उन सरकारी स्कूलों को बंद करने की तैयारी कर ली है जहाँ एक भी बच्चा नामांकित नहीं है और शिक्षक बैठकर वेतन ले रहे हैं। रीवा जिले की 8 और मऊगंज जिले की 1, कुल 9 जीरो इनरोलमेंट वाली स्कूलों को बंद किया जाएगा। इन स्कूलों में पदस्थ 16 शिक्षकों की आज 12 सितंबर को काउंसलिंग कर अन्यत्र पदस्थ किया जाएगा।

जानकारी के अनुसार, स्कूल शिक्षा विभाग ने जिला स्तर पर काउंसलिंग की तिथि तय कर दी है। काउंसलिंग दोपहर 12 बजे से वरिष्ठता क्रम के आधार पर होगी। वरिष्ठ शिक्षक को शाला विकल्प चुनने का पहला अवसर मिलेगा। चयनित विकल्प का सहमति पत्र लेकर जिला कार्यालय में संधारित किया जाएगा। यदि कोई शिक्षक काउंसलिंग में उपस्थित नहीं होता है तो उसे जिले में कहीं भी पदस्थ किया जाएगा।

कहां कितनी स्कूलें होंगी बंद?
रीवा जिले की 8 और मऊगंज की 1 स्कूल जीरो नामांकन में शामिल हैं। इनमें 5 स्कूलें पहली से पाँचवीं तक की और 4 स्कूलें छठवीं से आठवीं तक की हैं। कुल 16 शिक्षक प्रभावित होंगे, जिनमें 10 प्राथमिक और 6 माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं। सबसे ज्यादा 4 स्कूल रीवा ब्लॉक में, जबकि सिरमौर में 1, जवा में 2 और रायपुर कर्चुलियान में 1 स्कूल शामिल है।

सरकार का तर्क
स्कूल शिक्षा विभाग का कहना है कि पीएम श्री स्कूल और सीएम राइज स्कूल बड़े स्तर पर संचालित हो रहे हैं। इन स्कूलों के 5 से 10 किलोमीटर दायरे की छोटी प्राइमरी स्कूलों को अब समेटा जा रहा है। बच्चों को बसों की सुविधा भी दी जा रही है। इसी कारण जीरो नामांकन वाली स्कूलों को बंद किया जा रहा है।

शिक्षकों में आक्रोश
शिक्षकों का आरोप है कि सरकार उन्हें लगातार प्रताड़ित कर रही है। पहले अतिशेष के नाम पर दूर-दराज पदस्थ किया गया, अब जीरो इनरोलमेंट वाली स्कूलें बंद कर काउंसलिंग के नाम पर परेशान किया जा रहा है। शिक्षकों पर सख्ती के लिए ई-अटेंडेंस जैसी व्यवस्था भी लागू की जा रही है।

👉 आज से शुरू हुई काउंसलिंग के बाद जल्द ही इन स्कूलों पर ताला लग जाएगा।