कोलकाता में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप हुआ उसके बाद  मर्डर किया गया इसका जिम्मेदार कौन है ममता सरकार या उसकी पुलिस ?

विजय की कलम

(संपादकीय)





हाल ही में दो ऐसी घटनाए  घटी जिससे पूरे देश भर में सबको झक झोड़ दिया साथ ही  हिंदूओं को सोचने के लिए व उग्र होने के लिए मजबूर होना पड़ा पहली घटना बांग्लादेश का तख्ता पलट  के बाद हुआ वहां पर 
उग्रवाद आतंकवाद सोच वाले व्यक्तियों ने जिस तरह हिंदुओं पर अत्याचार किया हिंदू बेटियों व बहनों की इज्जत लूटी गई  लोगों को मारा गया घर 🏡 दुकान लूटे गये वह मंदिरों को जलाया गया इस घटना से भारत में रहने वाले हिंदू धर्म  के लोगों को बहुत दुखी हुवे  अभी भी वह घटना शांत भी नहीं हुई था  कि हमारे  भारत देश में ही पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता  के  आर जी  अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज  में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ घीनोना अपराध हुआ पहले उसका रेप किया गया फिर उसका मर्डर किया गया बहुत शर्मनाक और दर्दनाक यह घटना थी पूरे देश के डॉक्टर के  साथ-साथ सभी समाज के लोगो ने  इस घटना  कि  निंदा की .सड़कों में आकर विरोध  प्रदर्शन  किया,
इस घटना के  जिम्मेदार आखिर कौन है क्या वहां की ममता सरकार है ? या लोकल पुलिस है ?
इस बात को सोचने  के लिए सबको विवश कर दिया क्योंकि इसके पीछे बहुत सारे कारण हैं जो  कारण खास  है उन पर ही रोशनी डालते हैं जिस तरह ममता सरकार में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं और अन्य धर्म के लोग की जनसँख्या  बढ़ रही है इसमें रोहियां मुसलमान भी हैं वह बांग्लादेशी मुसलमान भी हैं जो अवैध रूप से वहां पर रह रहे हैं और खासकर हिंदुओं को  टॉर्चर कर रहे हैं और घिनौना अपराध कर रहे हैं आए दिन ऐसी घटना सोशल मीडिया में वह न्यूज़ में सुनने को देखने को मिलती है इससे पहले भी लोकसभा चुनाव में वहां कि एक घटना बहुत चर्चित हुई थी और जो उसका मास्टरमाइंड पकड़ा गया वह भी ममता सरकार का खास आदमी था ऐसा लगता है हिंदुओं पर अत्याचार करने की छूट दे  दी गई है इसलिए वहां कि पुलिस भी कुछ नहीं करती है ?
इस घटना के बाद जिस तरह वहां के मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने इस केस को दबाने की कोशिश की वह आत्महत्या बताने की कोशिश की वहां के सबूत को जिस तरह  नष्ट किया गया? मिटाया गया? इससे तो यही लगता है कि इसके पीछे बड़े-बड़े लोगों का हाथ है और जिस तरह ममता सरकार ने वहां के प्रिंसिपल का इस्तीफा मंजूर करके वह  उसी शहर में दूसरे कॉलेज में उनको पोस्टिंग दे दी गई वह इस बात को और मजबूत करता है कि इसमें वाकई में बड़े लोगों का हाथ है और संरक्षण प्राप्त है ?वह जानते हैं
की घटना के पीछे किस धर्म के वह कौन-कौन लोग हैं इसलिए उन्हें छुपाने के लिए उन्हें बचाने के लिए कोशिश की जा रही है भीड़   की शक्ल में कुछ लोगों को भेज कर अस्पताल में तोड़फोड़ कराई गई सबुतो को नष्ट किया गया और पुलिस वहां पर खड़ी होकर मुक दशक बनकर  देखती रही इसका मतलब साफ है उस भीड़ मैं जो लोग थे उनका उद्देश्य एक ही था सबूतो को नष्ट करना और वह आम जनता नहीं थी ?
बल्कि उन्ही  के भाड़े के टट्टू  होगे? और वह लोग होंगे जो  यह कार्य उन्होंने किया?
और जैसा कि सोशल मीडिया के सवालों के घेरे में वहां की सरकार वह पुलिस आ गई है कई ऐसे सवाल हैं जीसका जवाब  ममता सरकार को देना पड़ेगा वैसे भी यह कैस अब सीबीआई के हाथ में है सीबीआई इसकी जांच कर रही है   क्या सबूतो को जानबूझकर या अनजाने में मिटाया गया या छेड़खानी की गई उससे तो यही लगता है कैस को दबाने की कोशिश की गई थी ?
अगर ईमानदारी से उस ट्रेनिं  डॉक्टर को न्याय दिलाना था तो वहां के प्रिंसिपल को पहले पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवानी थी उसके बाद उसका पोस्टमार्टम करवाना था ऐसा ना करके उन्होंने कई सवालों को जन्म दिया है और अपने आप को भी उन्होंने गुनहगार की लिस्ट में शामिल कर दिया है कहीं ना कहीं छक उनके ऊपर भी जाता है?
मासूम सी बेटी जो अपने ख्वाब लेकर अपने सपने लेकर उस कॉलेज में  भरती हुई थी और सेवा कर रही थी उसे क्या फल मिला , मौत ⚰
,ओर मौत से पहले बलात्कार किया गया,
क्या  गलती थी उस मासूम बेटी की अभी तो  पहला कदम ही रखा था उसने अपने पहले ☺✨सपने की ओर
वह 👧कई सपने उसके अधूरे रह गए जैसा की एक डायरी मिली है उसमें बताया जा रहा है पर उस डायरी के भी  कुछ पन्ने फटे हैं मतलब कुछ राज उस डायरी में होंगे जिसके कारण यह घटना घटी है या कुछ और बातें होंगी सच तो जनता के सामने आएगा ही आएगा पर लोग अभी से अपने कयास लगाए रहे हैं
उस माता-पिता पर क्या बीत रही होगी जिसकी  होनार बेटी के साथ ऐसा दर्दनाक भयानक वाक्या हुआ
उनकी पीड़ा को ममता सरकार और वहां की पुलिस नही समझ सकती है सिर्फ चंद नोटों की गडीया देकर  मुवाजा के नाम पर उनका मुहं 😘  बंद  नहीं कर सकते उनके दर्द को आप दूर नहीं कर सकते हो अगर आप सच्चे हो ईमानदार हो तो निष्पक्ष इमानदारी से जांच में सहयोग कीजिए वह उन दरिदों को  गुनहगारों को सरे आम फांसी की सजा दी जाए जो  इस घटना के लिए जुमेंदार हैं ,आप खुद सुप्रीम कोर्ट में कहें तब पूरा देश आपको मानेगा पर ऐसा आपने नहीं किया इसका मतलब साफ है कि उस घटना के जिम्मेदार कहीं ना कहीं आप भी हैं चाहे वह जाने या अनजाने में?
तो उसकी सजा तो आपको भी  भूगतनी   चाहिए और पड़ेगी भी अभी नहीं तो आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता अपने वोट के माध्यम से ममता सरकार को जवाब देगी और जरूरी भी है ताकि ऐसी तानाशाही सरकार चलाने वाले लोगों को पार्टी को पता चल सके कि लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है और जीन घुसपैठियों के दम पर सत्ता पर बैठी है वह अब ज्यादा दिन टिकने वाली नहीं है क्योंकि बहुत जल्द एनआरसी आएगा और सारे घुसपेटीये भारत से बाहर जाएंगे और देश की रक्षा के लिए बहुत जरूरी है और एसी घटनाएं न घटे उसके लिए भी और जरूरी है कि NRC  बहुत जल्द लाया जाए और उसकी शुरुआत पश्चिम बंगाल केरल असम जेसे राज्यों से पहले की जाए
हम भगवान से यही प्रार्थना कर सकते हैं कि

(हे ईश्वर उस ट्रेनिंग डॉक्टर की आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें वह उनके माता-पिता को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें)

और सुप्रीम कोर्ट से भारत सरकार से हम यही मांग करेंगे कि उन दरिंदों को फांसी की सजा दी जाए और लेट ना किया जाए स्पेशल कोर्ट बनाकर दो महीने के अंदर  फांसी की सजा दी जाए और आम जनता के सामने ही फांसी पर चढ़ाने से पहले आम जनता को कहा जाए कि उनको सब चप्पल जूते से मारे उसका चेहरा काला किया जाए उसका मुंडन किया जाए और उसका वह अंग काटा जाए,
एसी सजा दे  ताकि दोबारा कोई भी व्यक्ति ऐसा घिनौना कार्य करने से पहले 10 बार सोचे

सुप्रीम कोर्ट पर भारत सरकार पर हमे पूरा विश्वास है जनता को न्याय जल्द से जल्द मिलेगा

सत्यमेव जयते


भवदीय
विजय दुसेजा