कुलसचिव नियुक्ति करने के लिये उच्च शिक्षा विभाग प्रवीण पाण्डेय जी को सौंपा ज्ञापन- रंजेश सिंह N. S. U. I.



अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर में कुलसचिव नियुक्ति करने, विश्विद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार, अनियमित्ता व वित्ती गड़बड़िया एवम सहायक कुसचिव से उप कुलसचिव श्रेणी बदल कर प्रमोशन करने मामले में जांच करने – रंजेश सिंह एनएसयूआई प्रदेश सचिव ने सौंपा ज्ञापन

बिलासपुर:- आज क्षेत्रीय अपर संचालक उच्च शिक्षा विभाग प्रवीण पाण्डेय जी (उच्च शिक्षा विभाग प्रतिनिधि )को ज्ञापन सौंपकर अटल बिहारी वाजपई विश्वविद्यालय बिलासपुर में 6 महीने से कुलसचिव की का पद खाली पड़ा है जिसमे तत्काल छात्रहित में फैसला लेते हुए कुलसचिव नियुक्त करने एवम नीचे दिए निम्न शिकायतों पर जांच कर त्वरित कारवाही करने ज्ञापन सौपा गया
रंजेश सिंह एनएसयूआई प्रदेश सचिव ने कहा कि हमने पूर्व में कई तरह की समस्याओं को लेकर कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा है, लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है। जिसमें आपका ध्यान आकर्षित कराया जा रहा है।

1) कुलसचिव नियुक्ति के लिए, बिलासपुर स्थित अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय में पिछले 6 महीने से कुलसचिव की न्युक्ति नही की गई है जिससे छात्रहित के विभिन्न मुद्दे एवम विश्वविद्यालय संबंधित विभिन्न प्रकार के प्रशासनिक कार्य बाधित हो रहा है। पूर्व में प्रोफेसर सुधीर शर्मा को प्रभारी कुलसचिव बनाया गया था, परंतु उनको अपने पूर्व पद में वापस नियुक्ति पश्चात शैलेंद्र दुबे को प्रभारी बनाया गया था। शैलेंद्र दुबे को 15/03/ 24 को पुनः प्रभारी से हटाते हुऐ उनके मूल पद पर वापस भेज दिया गया गया था, तब से कुलसचिव की पद खाली है।

2) बिना प्रशासनिक नियुक्ति के कुलसचिव की अनुपस्थिति में अपने अधिकार का दुर्पयोग करते हुए अभी तक कुलसचिव के पद पर बैठा हुआ है। शैलेंद्र दुबे और अपने पद नाम के सामने प्रभारी लगाए बिना पूर्ण कुलसचिव लिखते है।
शैलेंद्र दुबे लगातार विवाद में रहे हैं।

3) श्रेणी बदल कर दे दिए प्रमोशन इनका सहायक कुलसचिव से उप कुलसचिव बनने की जो प्रक्रिया है। वह गलत तरीके से हुई है, जिसकी जांच की जाए पूर्व में भी बहुत सी शिकायत हुई है और तो और एक सहायक कुलसचिव द्वारा पीआईएल भी दायर किया गया है। हाल में अभी 25/ 08/2024 को दैनिक भास्कर जैसे प्रतिष्ठित अखबार में विस्तार से इस विषय में खबर लगी है एवम दैनिक श्रमबिंदु में 06/09/24 को विस्तृत खबर प्रकाशित हुई है ।
4 ) लेन-देन कर संबद्धता प्रदान करना
इसके अलावा भ्रष्टाचार के कई मामले है। अभी हाल ही में दो कमरे के महाविद्यालय विद्या सागर नाम से जो रतनपुर पेंड्रा रोड में स्थित है, जिसको संबद्धता दिया गया है जो किसी भी मापदंड को पूरा नहीं करता है। इस प्रकार के अनेकों भ्रष्टाचार करते आ रहे है, जिसकी जांच करने का आपसे निवेदन करते है।

5) नियमो को अनदेखा कर चहेतो को लाभ पहुंचाने तोड़ मरोड़  कर  2021 एवम 2022 में सहायक कुलसचिव से उप कुलसचिव बनाए गए सभी की प्रमोशन रद्द करने एवम जांच कर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग करते है।
         जिस पर क्षेत्रीय अपर संचालक उच्च शिक्षा विभाग प्रवीण पाण्डेय जी के द्वारा त्वरित ही बात ऊपर तक पहुंचने और परिणाम आने की बात कही, साथ ही विद्या सागर महाविद्यालय में जांच कमिटी से संबंध नहीं होने की बात कही  ,
जबकि नियमो की माने तो उच्च शिक्षा विभाग प्रतिनिधि होने के बाद में उन्हें जांच कमिटी से अलग रखा गया जो विश्विद्यालय की मनमानी को साफ दर्शाता है
   जिन पर रंजेश सिंह ने साफ तौर में कहा की छात्रहित के किसी भी मुद्दो पर किसी भी हद तक जाना पड़े हम तैयार है अगर इन सभी महत्वपूर्ण मुद्दो पर जल्द ही सकारात्मक परिणाम नही आने पर 5 दिवस पश्चात अपने सैकड़ों छात्रप्रतिनिधि एवम छात्र साथियों के साथ माननीय राज्यपाल एवम माननीय मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर चरणबद्ध तरीके से मांग करेगे।
ज्ञापन सौंपते हुए छात्रनेता पुष्पराज साहू, करन यादव, ओमप्रकाश मानिकपुरी, मीत सोनवानी, सुमित ठाकुर, सुनील श्रीवास, अमित तिवारी आदि छात्रप्रतिनिधि मौजूद रहे।