बिलासपुर:- महालक्ष्मी का पर्व देश भर में सिंधी समाज ने मनाया इसी कड़ी में जूना बिलासपुर मनोहर टॉकीज के पीछे स्थित सिंधी कॉलोनी में भी यह पर्व श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया गया
शीला सिदारा के निवास स्थान में बड़ी संख्या में समाज की महिलाएं एकत्रित हुई विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करके मोनिका सिदारा के द्वारा कथा आरंभ की गई उन्होंने बताया कि
पितृपक्ष में सिंधी समाज का पर्व महा लक्ष्मी का पर्व आता है जो की गणेश उत्सव के समय में पवित्र हल्दी समाहित धागा( झगड़ा) कलाई में बांधा जाता है और
16 दिनों का व्रत रहता है इसमें 16 धागे के सूत्र और उसने 16 गाँठे दी जाती हैं मान्यता के अनुसार एक रानी ने अहंकार के चलते इस महालक्ष्मी माता के धागे का अपमान किया और फ़ेक दिया जिसकी वजह से वह जिस जगह भी जाती वहाँ उसके पैर पड़ते ही अमंगल हो जाता और फिर जब उसने अगले वर्ष इस महान पवित्र व्रत का पालन किया १६ दिन वह धागा बांधा और पितृ पक्ष की अष्टमी को उस धागे का कथानुसार विसर्जन किया जिससे उसके सारे कष्ट दूर हुए
कथा समापन के बाद प्रसाद वितरण किया गया इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाज की महिलाएं और पुरुष बच्चे उपस्थित थे जिन्हें प्रमुख हैं
शीला सिदारा, मिना सिदारा, पुष्पा नीलम संध्या मुस्कान भावना रोशनी
कविता सिदारा , लक्ष्मी वाधवानी उषा गोदवानी ,कशिश ,भारती दुसेजा,
दीपिका कंचन, कृपा सिदारा, अमृत, हरीश,गुरमुख,महेश गोपी सिदारा, विजय दुसेजा
,,,गोविन्द,दुसेजा,मुरारीलाल, सेवक राम, हरगुन दास सिदारा डब्बू भारत मनोज सिदारा, जगदीश, बाला, नीरज, अनील,ओम् लक्ष्मण सिदारा
ब्रह्मा सिदारा, किशन सिदारा मयूर, जय सुमीत सिदारा आदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे
भवदीय
विजय दुसेजा