रीवा/विगत 24 सितम्बर गुजरात मे हुई हृदय विदारक सड़क दुर्घटना में सिंधी समाज के 08 नवयुवक काल के गाल में समा गए। इस घटना की जानकारी मिलते ही पूरे देश-विदेश के सिंधी समाज मे शोक लहर व्याप्त हो गयी। उन दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए गुजरात सहित पूरे देश शोक सभाएं आयोजित की गई।
इसी तारतम्य में पूज्य सिन्धी सेंट्रल पंचायत रीवा के तत्वाधान में स्थानीय सिंधु भवन में शोकसभा आयोजित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई व दो मिनट का मौन रखकर व पुष्पांजलि अर्पित कर दुख व्यक्त किया।
सेंट्रल पंचायत के अध्यक्ष सरदार प्रह्लाद सिंह जी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि एक सड़क दुर्घटना ने 08 परिवारों के चिराग बुझा दिए। मनुष्य जीवन बहुत अनमोल है। जरा सी लापरवाही हमारा जीवन एक पल में छीन लेती है। अतः हमको इसकी बहुत कद्र करनी चाहिये।
अखिल भारतीय सिंधु सन्त समाज ट्रस्ट के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी हंसदास जी ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे जीवन मे धैर्य की अत्यंत आवश्यकता है। धैर्य का अभाव भी इस दुर्घटना का एक कारण माना जा सकता है। ईश्वर दिवंगत आत्माओ को शांति और उनके परिवारों को ये गहन दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
सिंधु सेंट्रल पंचायत के प्रवक्ता गुलाब साहनी ने बताया कि गुजरात के 08 नवयुवकों को श्रद्धांजलि के साथ मैहर में हुई सड़क दुर्घटना में मृत दिवंगत आत्माओं के की शांति के लिए भी प्रार्थना की गई।
कार्यक्रम का संचालन महासचिव शंकर साहनी ने किया। शोक सभा मे संरक्षक हुकूमतराय होतवानी वरिष्ठ उपाध्यक्ष संतुलाल आहूजा, कन्हैयालाल मंगलानी , दुलीचंद हंसपालानी, कैलाश कोटवानी, कमलेश सचदेव, वीरेंद्र चुंगवानी, संत समाज से स्वामी स्वरूपदास जी, स्वामी कृपालदास जी, ब्राम्हण समाज से देवदत्त शर्मा जी, प्रेम शर्मा जी, धरमदास जी, श्रीमती कोमल शर्मा जी, प्रकाश तारानी, कैलाश आहूजा खट्टू, वीरेंद्र चुंगवानी, अजय माधवानी, दीपक दुर्गिया, सुरेश पंजवानी पप्पन सहित समाज के सैकड़ों वरिष्ठ व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।