पूर्व अध्यक्ष श्री अजीत थावरानी द्वारा एक सूचना के माध्यम से फैलाया जा रहा भ्रम


बिलासपुर:- सिंधी युवक समिति के पूर्व अध्यक्ष श्री अजीत थावरानी द्वारा एक सूचना के माध्यम से जो व्हाट्सएप में मैसेज चलाया जा रहा है भ्रम फैला रहे हैं वह पूर्णतया गलत एवं निराधार है सिंधी युवक समिति द्वारा खरीदी गई जेपी बिहार में जमीन आज भी वहीं मौजूद है और रजिस्ट्री सिंधी युवक समिति अध्यक्ष के नाम है। 12 अगस्त 2024 में सिंधी युवक समिति के नए अध्यक्ष श्री मनीष लाहोरानी बने हैं अब वह जमीन समिति के अध्यक्ष के नाते अब उनके अधिकार क्षेत्र में है और समिति के नए अध्यक्ष मनीष लाहोरानी पूरी तरह संतुष्ट है कि वह जमीन वही है इस जमीन की कोई बिक्री नहीं की गई है। और इस जमीन के पूरे कागजात सही है। सिंधी युवक समिति अध्यक्ष के नाम आज भी मौजूद है।
सिंधी युवक समिति का 2004-2016 तक पूरा हिसाब पूज्य सिंधी पंचायत अध्यक्ष,सचिव,कोषाध्यक्ष महोदय के साथ दिया गया है और आज भी हिसाब किताब मौजूद है जिसको देखना है वह देख सकता है किंतु 2016 से लेकर 2024 तक 8 सालों का पूर्व अध्यक्ष श्री अजीत थावरानी ने आज दिनांक तब समिति के नए अध्यक्ष मनीष लाहोरानी को नहीं दिया है सिंधी युवक समिति के श्री अजीत थावरानी वर्तमान नहीं पूर्व अध्यक्ष है जो अब समिति के सदस्य भी नहीं है। समिति के नए चुनाव बाबत 11/8/ 24 को सिंधु विद्या मंदिर में समिति की बैठक आयोजित करने के बाद भी वहां उपस्थित नहीं हुए फिर वह तारीख एक दिन आगे कर 12/8/24 को निर्धारित की गई और नए अध्यक्ष चुनाव करने हेतु संरक्षणगणों में से तीन चुनाव अधिकारी श्री अर्जुन बजाज जी, श्री मनोहर खट्वानी जी, एवं श्री अशोक बजाज जी को नियुक्त कर नए अध्यक्ष बनाने की  जिम्मेदारी दी गई । लेकिन अफसोस उसके पूर्व ही उनके द्वारा दोपहर को ही सिधु विद्या मंदिर में लगें तालें की चाबी एवं समिति का रजिस्टर ले गये और चुनाव स्थगित है की बात कहने लगे और  तय 12 तारीख को निर्धारित समिति की बैठक में शामिल नहीं हुए। तय समय पर बैठक में समिति के समस्त सदस्यों के बीच तीनों चुनाव अधिकारी गण श्री अर्जुन बजाज जी, श्री मनोहर खट्वानी जी, श्री अशोक बजाज जी ने कहां। कि समिति में श्री अजीत थारवानी 8 सालों से समिति का अध्यक्ष रह चुका और मौखिक रूप से अध्यक्ष पद से इस्तीफा हो चुका है (पूर्व में भी समिति के पूर्व अध्यक्ष महोदयों ने मौखिक रूप से इस्तीफा दिया था यह परंपरा रही है) सो सर्वसम्मति से सिंधी युवक समिति के दो वर्षीय चुनाव हेतु नया अध्यक्ष मनीष लाहोरानी को सर्वसम्मति से नियुक्त किया गया। तब 15 अगस्त 24 को सिंधु विद्या मंदिर में पूर्व अध्यक्ष अजीत थावरानी ने समिति के नए अध्यक्ष श्री मनीष लाहोरानी का स्वागत कर फूल माला पहनकर आशीर्वाद देते हुए समिति को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की बात कही। और समिति द्वारा संचालित सिंधु विद्या मंदिर की भी नई कमेटी बनाने के बात कही। और समिति के हिसाब का मांगने पर मैं दे दूंगा मैं दे दूंगा कहता रहा पर दिया नहीं और समाज के ईस्ट्र देवता श्री झूलेलाल चालीसा महोत्सव के समापन पर समिति के नए अध्यक्ष श्री मनीष लाहोरानी के साथ चालीसा महोत्सव का भव्य स्वागत कर प्रसाद वितरण भी किया। उसके बाद पूर्व अध्यक्ष श्री अजीत थारवानी के मन में सिधु विद्या मंदिर को अपने कब्जे एवं हड़पने बाबत विचार आ गया इसी के तहत 14 सितंबर 24 रात 9:00 बजे सिंधु विद्या मंदिर में बैठक कर पूर्व अध्यक्ष श्री अजीत थावरानी ने अपने आप को अध्यक्ष घोषित कर अपने 8-10 लोगों की कमेटी बनाकर समाज एवं समिति के विरोध जाकर काम करने लगा जिसको चुनाव अधिकारियों को नए अध्यक्ष मनीष लाहोरानी ने जानकारी देते हुए बैठक आयोजित की  बैठक मे 15 सितंबर 2024 को समिति के पूर्व अध्यक्ष अजीत थावरानी को एवं उनके द्वारा बनाई गई समस्त कमेटी के सदस्यों को समिति से निष्कासित कर दिया गया है सिंधी युवक समिति में अब कोई भी सदस्य नही रहने के बाद भी अपने को समिति का अध्यक्ष बताकर एवं कमेटी बनाकर और समिति द्वारा संचालित सिंधु विद्या मंदिर को हड़पने हेतु उसका नया कार्यकारणी अध्यक्ष बनाकर समाज एवं समिति के विरुद्ध जाकर कार्य कर रहे हैं। जो सरासर गलत एवं अनुचित है आदरणीय सिंधी समाज ऐसे अफवाह फैलाने वाले तत्वों से सावधान रहें समिति का पुराना हिसाब एवं समिति द्वारा खरीदी गई जमीन (पहले लाखों में खरीदी गयी अब करोड़ों में हो गयी हैं ) सुरक्षित है जिसे देखना है वह आज भी देख सकता है