बिलासपुर:- श्री गुरु नानक साहिब जी के प्रकाश उत्सव की खुशी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की पावन हजूरी में कीर्तन दरबार सजाया गया विनोबा नगर,में
गुरु प्रेमी जवाहर सचदेव मोहन सचदेव के निवास स्थान पर पूज्य सिंधी बिरादरी पंचायत के द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत गुरु नानक देव जी भगवान झूलेलाल जी के फोटो पर फूलों की माला पहनाकर दीप प्रज्वलित करके की गई इस अवसर पर भाई कुंदन डोडवानी के द्वारा सत्संग कीर्तन से साध संगत को निहाल किया ,
अपनी अमृतवाणी में भाई कुंदन डोडवानी के द्वारा गुरबाणी गाई गई जीसे सुनकर साध संगत भाव विभोर हो गई इस अवसर पर उन्होंने गुरु की महिमा के बारे में प्रकाश डाला उन्होंने कहा कि इस कलयुग में गुरु नानक देव जी का अवतरण हुआ मानव जीवन के उद्धार के लिए
साध संगत भक्ति से सिमरन से जुड़े व इसके द्वारा परमात्मा की प्राप्ति करें इसकी रहा गुरु नानक देव जी ने दिखाई है और गुरु ग्रंथ साहब अमृत का भंडार है अगर आप गुरु ग्रंथ साहब का एक भी वचन को सुन लेंगे वह उस पर अमल करेंगे तो आपका यह जीवन सफल हो जाएगा जरूरत है सच्चे मन की वह भाव की भाव अगर आपका अच्छा है मन सच्चा है तभी आगे बढ़ सकते हैं वह प्रभु के चरणों में पहुंच सकते हैं गुरु नानक देव जी ने कभी भी जात-पात उच्च नीच का भेदभाव नहीं किया है,
गुरु के घर में गुरुद्वारों में जब गुरु का प्रसाद लंगर बरताया जाता है तो सभी ग्रुप प्रेमी लोग एक साथ बैठकर उसे भक्ति भाव से ग्रहण करते हैं चाहे वह करोड़पति हो चाहे वह गरीब हो सबको एक समान एक लाइन में बैठ कर गुरु का लंगर दिया जाता है गुरु के घर में सभी एक समान है कोई बड़ा छोटा नहीं है एक बात का ध्यान रखें नियम का पालन करें और गुरु के बताए हुए मार्ग पर चलने का प्रयास करें तो आपके सारे दुख दर्द दूर हो जाएंगे मैहर दरबार कटनी की दादी साहिब के द्वारा ऑनलाइन वीडियो कॉलिंग से सत्संग किया एवं गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व की सभी भक्तजनों को लख-लख बधाइयां दी यश डोडवानी के द्वारा कई भक्ति भरे भजन गाए जीसे सुनकर भक्तजन झूम उठे दोपहर 1:30 बजे भोग लगाया गया अरदास की गई विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना की गई प्रसाद वितरण किया गया
आए हुए सभी संगत के लिए गुरु का अटूट लगंर बरताया गया सभी साध संगत ने गुरु का लगंर भक्ति भाव से ग्रहण किया वह अपने जीवन को सफल बनाया इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में पूज्य सिंधी बिरादरी पंचायत के सभी सदस्यों का अध्यक्ष का जवाहर सचदेव, मोहन सचदेव परिवार के सदस्यों का विशेष सहयोग रहा इस अवसर पर हमर संगवारी के प्रधान संपादक विजय दुसेजा का कुंदन भाई डोडवानी के द्वारा शाल पहनाकर श्रीफल से सम्मान किया गया
भवदीय
विजय दुसेजा