हमारी संस्कृति के कल्चर का यू एक्सीडेंट हो गया
अब प्री वेडिंग और हनीमून जाना परमानेंट हो गया ,,
डालकर सोशल मीडिया पर वह तस्वीरें यूं अपनी
कहते हैं कि जीवन का यह स्पेशल मूमेंट हो गया ,,
फिल्मी फुहड़ गीतों पर होती, शादियों पर अब डांस
हल्दी संगीत का रस्मों रिवाज अब एक इवेंट हो गया,,
दुहाई जब देने लगे हम इस बात की सारे ज़माने को
शादियों के कार्ड से हमारा ही नाम अफसेंट हो गया ,,
सच बोलने वालों को सदा चढ़ाया जाता है सुली पर
कथन यह हमारा भी 440 वोल्ट का करंट हो गया ।
रचना–राज केशवानी मल्टी आर्टिस्ट बिलासपुर