
एसईसीएल (साउथ ईस्ट कोलफील्ड लिमिटेड) बिलासपुर- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय रामाग्रीन सिटी की मुख्य संचालिका राजयोगिनी राखी दीदी जी ने एसईसीएल में दीपिका, कोरबा, जबलपुर, अनूपपुर आदि विभिन्न स्थानो से आए हुए महिला कर्मचारीगण को मेडिटेशन से होने वाले फायदे के बारे में बताते हुए कहा कि जिस प्रकार कंप्यूटर के दो पार्ट्स होते हैं सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर अंदर की चीजों को कहा जाता है और हार्डवेयर बाहरी चीजों को कहा जाता है सॉफ्टवेयर को हम महसूस कर सकते हैं परंतु देख नहीं सकते लेकिन यदि सॉफ्टवेयर खराब हो जाए तो हार्डवेयर भी कोई काम नहीं करता ठीक इसी प्रकार हमारा मन भी सॉफ्टवेयर के समान है मन हमारी आत्मा की शक्ति है जिसे हम अनुभव कर सकते हैं परंतु इन आंखों से देख नहीं सकते लेकिन मन अगर बीमार हो जाए तो तन भी बीमार हो जाता है मन को स्वस्थ रखने का एकमात्र साधन मेडिटेशन है मेडिटेशन से हमारा मन परमात्मा से जुड़ता है और परमात्मा की शक्तियां हमारे भीतर आती है जिससे मन बिल्कुल शांत हो जाता है कहते भी हैं शांत मन से हर कार्य अच्छा होता है यदि मन में कोई उलझन है और हम कोई कार्य कर रहे हैं तो वह कार्य सफल नहीं होगा इसलिए मन का शांत होना अति आवश्यक है इसके लिए हम अपने दिनचर्या में मेडिटेशन को अवश्य शामिल करें इसके साथ ही साथ राजयोगिनी राखी दीदी जी ने उपस्थित विभिन्न स्थानों से आए हुए डॉक्टर, लेक्चर तथा विविध प्रकार के फील्ड में कार्यरत महिला कर्मचारीगण को मेडिटेशन भी कराया और मेडिटेशन के जरिए परमात्मा से ध्यान लगाना सिखाया
कार्यक्रम की सफलता
उक्त कार्यक्रम में लगभग 75 से 80 महिला कर्मचारीगण एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे और उन्होंने प्रोग्राम का बहुत ही आनंद लिया सबने मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का वायदा किया इस प्रकार उक्त कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ