*~* तखतपुर के पास निवास करने वाले एक अपरिचित थैलीसीमिया पीड़ित ग्रामीण बच्चे के लिए मेडिकल कॉलेज की छात्रा अंशिका सुल्तानिया ने न केवल स्वयं सहर्ष आगे आकर रक्तदान किया अपितु अपने माता पिता श्री व श्रीमती रश्मि विकास सुल्तानिया जी को प्रेरित कर रक्तदान करवाया ~ युवा अंशिका के इस नेक कार्य के लिए समाजिक संस्था सेवा एक नई पहल के संयोजक गण सतराम जेठमलानी , रेखा आहुजा व माधव मुजुमदार , ऑक्सिजन मेन राजेश खरे तथा अध्यात्मिक संस्था आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से इंदर गुरबानी , आशीष मिश्रा व ललित पांडे जी ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि वक्त आ गया है कि बड़े बूढ़ों की कही गई उक्ति जीते जी रक्तदान और जाते जाते नेत्रदान को सार्थक करने का गंभीर प्रयास किया जाए।