गुरु घर की सेवा करने से तन के साथ-साथ मन का भी रोग दूर होता है, श्री साईं कृष्णदास जी

बिलासपुर / चकरभाठा :-
बाबा आनंदराम दरबार चकरभाठा में प्रत्येक गुरुवार को सुबह 8:30 से 10:00 बजे तक भजन कीर्तन सत्संग का आयोजन किया जाता है इसी अवसर पर इस गुरुवार को भी आयोजन किया गया कार्यक्रम की शुरुआत भगवान राधा कृष्ण गणेश जी ,सांई बाबा, बाबा आनंदराम, बाबा भगतराम जी की आरती एवं पुष्प अर्पण कर आज के सत्संग की शुरुआत की गई श्री साईं कृष्णदास जी ने अपनी अमृतवाणी में भक्तों को सत्संग का रसपान कराया उन्होंने एक ज्ञानवर्धक सच्ची घटना बताई किस तरह एक छोटी बच्ची को कैंसर था तो उस बच्ची ने गुरु घर में आकर सेवा करना शुरू किया और जैसे-जैसे उसकी सेवा बढ़ती गई वैसे-वैसे इसका रोग भी ठीक होता गया और एक समय ऐसा आया कि जो दवा 💊 असर नहीं हो रही थी वह दुआ से असर हो गया और उसका कैंसर ठीक हो गया


भक्ति लगन और सिमरन से हो सकता है जैसे अपने भक्ति से सिमरन से संत कवंरराम साहब जी ने अपने गुरु को याद किया और एक मृत बच्चों को जीवित कर दिया तो ऐसे चमत्कार कम होते हैं क्योंकि ऐसे सचे-सचे भक्त भी कम हो गये है,, साई कृष्णदास जी
ने भी एक कथा सुनाई कि जिस हाल में रहे खुश रहें जब आप हर हाल में हर दुख में खुश रहेंगे प्रभु का नाम सिमरन करेंगे तो आपको वह दुख भी सुख लगने लगेगा और जो सुख है वह दुख में बदल सकता है क्योंकि कहते हैं ना
दुख में तो हर कोई याद करता है जो सुख में याद करें सच्चा भक्त वही कहलाए तो हर समय प्रभु का नाम सिमरन करना है जपना है दुख आता है तो बोलो भगवान की इच्छा है हमें यह भी मंजूर है सुख आता है तब भी बोलो भगवान आपकी इच्छा है यह भी हमें मंजूर है हर वक्त भगवान का शुक्रिया करें और खुश रहें तो आपको दुख आए और जाए सुख आए हो जाए आपको किसी से फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि आपका दिल का तार प्रभु के दिल से जुड़ गया होगा श्री गुरु रामदास जी कैसे गुरु रामदास जी बने यह भी कथा सुनाएं एवं
अपनी मधुर आवाज में बांसुरी सुनाकर भक्तों को मंत्र मुक्त कर दिया और प्यार भरी गुरबाणी गाई
मेरा प्यारा प्रीतम आया


कुंदन डोडवानी यश डोड़वानी के द्वारा भी साध संगत को गुरुवाणी सुनाकर निहाल किया श्री बलराम भैया जी ने तेरी मुरली की धुन सुनकर, यह भजन गया जिसे सुनकर भक्तजन भाव विभोर हो गए, कार्यक्रम के आखिर में विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना की गई एवं
प्रसाद वितरण किया गया
आज के इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में बाबा आनंद राम सेवा समिति चक्करभाटा के सभी सेवादारियों का विशेष सहयोग रहा