अल्ट्राटेक बैकुंठ मे चौथे दिन हड़ताल समर्थन में शैल महेंद्र साहू तो समझौते के प्रयास में अनिल अग्रवाल पहुंचे

मजदूरों की मांग सभी मामले ले वापस प्रबंधन अडा निलंबित लोगो के शर्तों पर

अनिल अग्रवाल भाजपा नेता का हरसंभव प्रयास प्रबंधन व मजदूरों के बीच समझौते करा संयंत्र हो फिर से चालू

तिल्दा नेवरा रायपुर, 10 अक्टूबर 2025 : छत्तीसगढ़ के जिला रायपुर के क्षेत्र विकासखंड तिल्दा नेवरा के समीपस्थ औद्योगिक क्षेत्र के अंतर्गत संचालित अल्ट्राटेक बैकुंठ सीमेंट मे आज चौथे दिन भी मजदूरों का हड़ताल जारी है। जिसमे सभी कार्यरत कर्मचारियों की सहमति के साथ समर्थन मे हडताल मे शामिल हो रहे हैं। सबका यही छांह व मांग है कि जब तक हम मजदूरों की मांगो व बातो को प्रबंधन द्वारा नही माना जाता है। तब तक यह हडताल जारी रहेगा। जो की आगे आगे बडे व अलग अलग ढंग से प्रदर्शन किया जायेगा।

मजदूरों के समर्थन में पहुंची शैल महेंद्र साहू सभापति महिला एवं बाल विकास :

बता दे कि अल्ट्राटेक बैकुंठ सीमेंट के मजदूरों के इस चौथे दिन हडताल के समर्थन में जिला पंचायत क्षेत्र क्र 6 के अप्रत्याशित मतो से नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्या व सभापति महिला एवं बाल विकास विभाग छत्तीसगढ़ श्रीमती शैल महेंद्र साहू जी भी मजदूरों के समर्थन में पहुची। जहां उन्होंने कहा कि हमारा पूरा समर्थन आप सभी लोगो के साथ है। मै जब तक आपको व आप लोगो के परिवार को पहले की तरह काम व रोजी रोटी नही दिया जाता तब तक साथ नही छोडूंगी चाहे इसके लिए मुझे अपना खून क्यों न बहाना पडे। यह सुनकर सभी मजदूरों मे एक अलग बल व सहानुभूति प्राप्त हुआ। वही श्रीमती शैल महेंद्र साहू ने छत्तीसगढ़ राज गीत ” अरपा पैरी के धार…” गीत अपने सुमधुर आवाज में गाये। जिसे सुन उपस्थित मजदूर भावविभोर होगये।

सांसद प्रतिनिधि अनिल अग्रवाल जी प्रबंधन और मजदूरों के बीच समझौता कराने पहुंचे :

गौरतलब हो कि आज अल्ट्राटेक बैकुंठ सीमेंट मे चल रहे मजदूरों के चौथे दिन हडताल के बीच में तिल्दा-नेवरा नगर के साथ रायपुर जिला भाजपा के वरिष्ठ भाजपा नेता व सांसद प्रतिनिधि श्री अनिल अग्रवाल जी, साथ में नर्सिंग वर्मा जी जनपद सदस्य व पूर्ण भाजपा मंडल अध्यक्ष, फालगो राम वर्मा जी बहेसर आदि पहुंचे। जिनका इस बीच आने का मुख्य उद्देश्य मजदूरों व प्रबंधन के बीच गहराई विवाद को सुलझाने समझौता करने का रहा है। जिसके लिए मजदूरों के बीच बैठ कर अनिल अग्रवाल जी, नर्सिंग वर्मा जी व फालगो राम वर्मा जी ने मजदूरों की समस्याओं को सूना, समझा, व प्रशानिक अधिकारीयों व प्रबंधन के बीच शांति वार्ता करने का प्रस्ताव रखा। जिसका सभी मजदूरो ने समर्थन किया। वही अवसर पर यदि प्रबंधन और मजदूरों के बीच बात नही बनी तो अनिल अग्रवाल जी ने कहा कि हडताल आगे जारी रहेगा। हम सब आपके सहयोग व समर्थन मे रहेंगे। यह सुन सभी मजदूरों को बडा संबंल मीला।

प्रबंधन के तरफ से ये प्रतिक्रिया सामने आई :

ज्ञात हो कि इस बीच समझौता वार्ता के प्रयास के दौरान प्रबंधन के द्वारा यह बात सामने आई है। कि सभी अस्थाई मजदूरों के मामले श्रमन्यालय मे लंबित है। वही बोनस के बारे में रास्ता निकाला जायेगा। लेकिन अधिकारियों के उपर हमला करने वाले चिन्हांकित लोगो के उपर कार्यवाही नही रूकेगा। वही निलंबन आदेश जारी किया गया है। उसमे लचिला पन लाया जा सकता है। वही संयंत्र को हैड आफिस मुम्बई द्वारा जारी आदेश के अनुसार अस्थाई रूप से अनिश्चितकालीन बंद कर दिया गया है। प्रबंधन के द्वारा मजदूरों के उपर मारपीट जैसे अन्य आरोप लगाये जा रहे हैं।

यूनियन नेता व मजदूर जाने ये चाहते हैं :

यहां के मजदूर यूनियनो का यह जिद्द के साथ मांग है कि प्रबंधन द्वारा पूर्व में ही 150 अस्थाई मजदूरों को काम से निकाल दिया है। उसे वापस लिया जाये। बोनस पिछले वर्षो के अनुसार ही सही अनिवार्य रूप से दे। मजदूर नेताओं के उपर निलंबन आदेश व कार्रवाई की जा रही है। उसे तत्काल वापस लेकरखारिज करे। प्रबंधन द्वारा मजदूरों को गाली गलौज व कालर पकड कर उकसाने का काम कर बडा विवाद खडा किया। जिससे यहां बडा तनाव की स्थिति निर्मित हुआ। उसका प्रबंधन स्वयं जिम्मेदार है।

संयंत्र मे सूना होने से चोरो के द्वारा की जारही भारी चोरी :

अवगत हो कि यहां हडताल के चलते चूंकि पूरा संयंत्र बंद है।जिसमे सेक्यूरिटी गार्ड भी यूनियन से जूडे होने के कारण सभी हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं। इसी के चलते यहां संयंत्र मे कोई गार्ड व सुरक्षा व्यवस्था नही है। जिसके चलते चोर गिरोह व वह आसामाजिक तत्वो का हौसला बुलंद होगया है। जिसके चलते यहां किमती सामनो की निरंतर चोरी की बात सुनने मे आरहा है।हालांकि पुलिसबल की निगरानी मे है।

मजदूर नेता शंकर सिंह निर्मलकर की बड़ी चेतावनी :

छत्तीसगढ़ सीमेंट एवं खदान कल्याणकारी श्रमिक संघ बहेसर यूनियन के संरक्षक श्री शंकर सिंह निर्मलकर की बजी चेतावनी। यदि हमारे मजदूरों की मांगो व शोषण पर सरकार ध्यान नही दिया। तो हम सरकार के खिलाफ राजधानी रायपुर में बडी रैली निकाल रखेंगे अपनी मांग। यहां निरंतर हो रही मजदूरों के शोषण पर सरकार स्थानीय विधायक व जनप्रतिनिधियों की अंदेखी नही बर्दास्त करेंगे। जीसे मजदूर किसान व जनता ने विधायक मंत्री जनप्रतिनिधि बनाया वह संकट के समय में धुरी बना चुप्पी साधे हुए हैं। लेकिन अब हमे राजधानी मे अपनी आवाज को रखना पडेगा।