प्राचीन मंदिर में मूर्तियों की तोड़फोड़ के बाद मनगवां में प्रदर्शन

मनगवां (अखंड सत्ता)

मनगवां के मढुलियन मंदिर में 18 दिन पहले असामाजिक तत्वों द्वारा देवी-देवताओं की प्राचीन प्रतिमाओं को तोड़ा गया और भगवान शिव की मूर्ति को नजदीकी नदी में फेंक दिया गया था। इस घटना ने स्थानीय हिंदू समाज में आक्रोश भड़काया। पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी न किए जाने के कारण आज गुरुवार को विश्व हिंदू परिषद, मऊगंज के नेतृत्व में मनगवां बाजार के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे गए और एसडीओपी कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन-धरना दिया गया।

धरने में समर्थक के रूप में मनगवां विधायक नरेन्द्र प्रजापति भी शामिल रहे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की, जबकि एडिशनल एसपी संदीप मिश्रा, एसडीओपी प्रतिभा शर्मा, गढ़ मनगवां थाना प्रभारी और पुलिस बल मौके पर मौजूद थे। मजिस्ट्रेटियल अधिकारी अजय मिश्रा और राजस्व टीम ने भी प्रशासनिक निगरानी बनाए रखी।

प्रदर्शनकारी आपस में चार-चार टोलियों में बंट गए और कई बार आपस में भिड़ते रहे। कुछ प्रदर्शनकारी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद धरना समाप्त करने को तैयार हुए, जबकि अन्य लगातार धरने में बैठे रहे। इस दौरान विश्व हिंदू संगठन और बजरंग दल के बीच भी मतभेद देखने को मिले।

पुलिस प्रशासन ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर में तोड़फोड़ करने वालों की पहचान कर ली गई है और एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। प्रदर्शनकारियों की मांग पर चिन्हित आरोपियों के घर बुलडोज़र लगाने का आश्वासन भी प्रशासन ने दिया है।