रीवा, 08 नवम्बर 2025।
विंध्य क्षेत्र के भोले-भाले आमजनों के साथ रतहरा रीवा मे खुले राष्ट्रीय स्तर के नामी ग्रुप के हास्पिटल मे आयेदिन मरीज धोखे का शिकार हो रहे हैं, यहॉ रेजीडेंट डाक्टरों द्वारा मरीजों की भर्ती करली जाती है, उसके बाद गंभीर बीमारी बता के उनको अपनी नई दिल्ली शाखा के हास्पिटल के लिये ट्रांसफर कर दिया जाता है। मरीज जो हास्पिटल का बड़ा नाम सुनकर यहॉ भर्ती होते हैं, उनको मजबूर होकर डॉक्टरों की बात माननी पड़ती है और बाहर जाने से उनके इलाज का खर्च भी दुगना-तिगुना हो जाता है। मरीज को इलाज के नाम से पहले यहॉ पैथालॉजी टेस्टों, एक्सरे, सोनो ग्राफी, दवाइयों के नाम से भी लाखों रूपये का बिल पकड़ा दिया जाता है। कमीशन एजेन्टों के बहकावे में फंसने वाले मरीज अपनी जमीन जायदाद बेचकर भी इलाज के नाम पर हो रहे शोषण का शिकार हो जाते हैं। यह बात मेडीकल उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष नारायण डिगवानी ने सबके सामने रखी है।
श्री डिगवानी ने बताया कि नई दिल्ली मे बैठे डॉक्टरों द्वारा वीडियों कॉफ्रेसिंग के माध्यम से अपनी चिकित्सा सलाह की भारी भरकम फीस भी मरीजों से वसूल ली जाती है। विंध्य क्षेत्र के सीधे-सादे लोगों से इलाज के नाम पर वसूली करना इतना सरल और सुलभ है, इसलिये यहॉ बड़े-बड़े ग्रुपों के और हास्पिटल खुलने की तैयारी है। जबकि पहले जबलपुर, नागपुर जाने वाले मरीजों की संख्या ज्यादा थी। लेकिन यहॉ के निजी अस्पतालों का रवैया देखकर फिर वही हालात बनने लगे है।
नारायण डिगवानी
अध्यक्ष
मेडिकल उपभोक्ता फोरम रीवा