रीवा :- देश विदेश में विख्यात संत स्वामी हंसदास, स्वामी स्वरूप दास अपनी 20दिवसीय सनातन धर्म प्रचार यात्रा पूर्ण कर सकुशल भारत लौटे
यह यात्रा विशेष रूप से अमेरिका के प्रमुख शहरों न्यूयार्क, न्यूजर्सी, पेंसिल्वेनिया सहित अमेरिका के विभिन्न शहरों में आयोजित थी, जहां दोनों संतगण सत्संग प्रवचन और भजन कीर्तन के माध्यम से सनातन धर्म, भारतीय संस्कृति और मानव एकता का संदेश दिया
संतगण अमेरिका से चलकर हवाई मार्ग द्वारा कुवैत होते हुए अपने देश की राजधानी दिल्ली उतरे दिल्ली से प्रयागराज और प्रयागराज से सड़क मार्ग द्वारा रीवा शहर पहुंचे।

जहां रीवा के धर्म प्रेमियों द्वारा उनका पुष्प मालाओं और पुष्प गुच्छ से भव्य स्वागत किया गया।
रीवा पहुंचने पर दोनों संतगण ने अपने माताजी के चरण छूकर तत्पश्चात गुरुओं के सामने माथा टेक कर आशीर्वाद लिया।
स्वागत करने वालों में मुख्य रूप से वरिष्ठ समाजसेवी राजकुमार टिलवानी, पूज्य पंचायत तोपखाना के अशोक बजाज, हरीश वाधवानी, गुलाब साहनी प्रहलाद चेलानी जयराम गंगवानी, अशोक आवतानी, अशोक झामनानी उपस्थित थे
इस अवसर पर उन्होंने अपनी अमेरिका यात्रा के कई वृतांत सुनाएं, उन्होंने बताया कि अमेरिका भले ही सुपर पावर और दुनिया की महाशक्ति और सर्व सुविधा संपन्न देश है लेकिन अपने अध्यात्म उन्नति के लिए उनको भारत देश और सनातन धर्म की ओर रुख करना ही पड़ता है। अतः वहां अभी सनातन धर्म के प्रचार प्रसार की बहुत आवश्यकता है और धीरे-धीरे अमेरिका वासी और हमारे देश वासी जो अपने देश से दूर इस समय अमेरिका के विभिन्न शहरों में निवास करते है सनातन धर्म और हिंदू मान्यताओं से प्रेरित होकर ही सनातन धर्म से जुड़े रहते है।