सिंधी समाज की महिलाओं ने तीज का रखा उपवास सामूहिक रूप से की पूजा अर्चना,, ,

देशभर में सिंधी समाज की महिलाओं ने तीज हरसो उल्लास के साथ मनाया इसी कड़ी में मनोहर टॉकीज के पीछे जूना बिलासपुर में भी सिंधी समाज की महिलाओं ने तीज के त्योहार को संयुक्त रूप से पूजा अर्चना करके उपवास रख कर मनाया
मोनिका सिदारा के द्वारा तीज की कथा सुनाई गई
रानी पूजे पहांजे राज्य खे मां पूजा पहांजे सुहाग खे…
अर्थात एक इंसान के लिए जमाने भर की चीज जरुरी होती है पर एक नारी के लिए उसके पति से बढ़कर कुछ भी नहीं….मोनिका सिदारा
सिंधी समाज में तीज का पर्व जगह-जगह बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया गया इस पर्व में तीजरी माता के रूप में प्रकृति मां की ही पूजा की जाती है पौराणिक कथा के अनुसार रानी रूपवंती ने पूरे 1 साल अपने बीमार और बेसुध पति की सेवा की और तीज का व्रत रखकर उसे मौत के मुंह से बाहर निकाल कर ले आई तभी से इस दिन का बहुत महत्व रहता है इस दिन हर महिला अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत व पूजा अर्चना करती है

इस व्रत में तीजरी मां यानी प्रकृति मां को झूले में झुलाया जाता है तथा जल चढ़कर उनकी पूजा की जाती है फल फूल दान देकर कन्या का भी पूजन किया जाता है कल जूना बिलासपुर मनोहर टॉकीज के पीछे सिंधी कॉलोनी में भी तीज का पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया दिन भर व्रत रखकर सभी महिलाओं ने रात्रि 8:00 बजे एक साथ मिलकर कथा कीर्तन किया और कथा के अनुसार ही रात्रि को चंद्रमा को अरग देने के बाद घर के बड़ों को भोजन खिलाकर व्रत तोड़ा कथा वाचन मोनिका सिदारा ने किया इस अवसर पर समाज की बड़ी संख्या महिलाएं उपस्थित जिनमें प्रमुख है
किरण भारती कोमल सिदारा भारतीय दुसेजा गुंजन करिश्मा कांजल लक्ष्मी महिमा समनानी पलक मुस्कान दीपा इशिका कृतिका महक नीलम साधना और भी बड़ी संख्या में महिलाओं उपस्थित हुई