बिलासपुर। रेल प्रशासन द्वारा छत्तीसगढ़ के लोगों से भेदभाव पूर्वक बर्ताव किया जा रहा है, इसका परोक्ष उदाहरण रेल्वे द्वारा पिछले 02 वर्षो से यात्री गाड़ियों को निरस्त किया जाना तथा ट्रेनों की घन्टो घन्टो लेट-लतीफ से ट्रेनों में यात्रा करने वाले लोगों के साथ अन्याय है।विगत 21 सितम्बर 2022 को नागरिक सुरक्षा मंच द्वारा जनता की इन कठिनाईयों को संज्ञान में लेते हुए महा प्रबंधक कार्यालय का घेराव किया गया था। इस दौरान रेल प्रशासन ने प्रतिनिधि मंडल को चर्चा के लिये आमंत्रित किया। रेल्वे के उच्चाधिकारी ने चर्चा के दौरान इन अनियमितताओं को स्वीकार किया तथा एक माह के अन्दर इन समस्याओं के निराकरण किये जाने का आश्वासन दिया था।
परन्तु आज पूरे 01 माह से भी अधिक की समयावधि बीत जाने के बाद भी रेल प्रशासन की कानों में जूँ नहीं रेंग रहा है। अब जबकि रेल्वे द्वारा आम जन की तकलीफों से कोई सरोकार नहीं है तब बिलासपुर की जनता को बड़े आन्दोलनों का निर्णय लेना पड़ सकता है। बिलासपुर प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए नागरिक सुरक्षा मंच के संयोजक अमित तिवारी ने बताया कि रेल आम जनता के लिए सर्वाधिक किफायती एवं सुविधाजनक यातायात माध्यम है,जिसे रेल्वे अपनी आय बढ़ाने और चंद व्यवसाईयों को लाभ पहुंचाने की नियत से माल ढुलाई को ज्यादा प्राथमिकता दे रहा हे। कोयला लदान वाली गाड़ियों का पटरियों पर बेखौफ दौड़ना इस बात की पुष्टि करता है। माल गाडी को क्लीयरेंस देने के लिये यात्री गाड़ियों को घंटो-घंटो एक स्थान पर रोक दिया जाता है, जो कि रेल यात्रियों के लिये परेशानी का सबब बन जाता है। वर्तमान में बिलासपुर जोन की सैकड़ों गाडियाँ निरस्त हैं,और जो चल रही है वो भी अनिश्चित कालीन विलम्ब से चल रही है। लोकल गाडियाँ पूर्णतया निरस्त हैं जिसके चलते स्थानीय एवं छोटे-छोटे स्टेशनों से यात्रा करने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रक्षाबंधन जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार में लोकल गाड़ियों के स्थगित होने के कारण बहनें अपने भाई को राखी तक नहीं बांध पाई जो रेल प्रशासन की पराकाष्ठा को उजागर करता है। अब छत्तीसगढ़ की जनता रेल्वे की नौकरशाही रवैये को बर्दाश्त नहीं करेगी।
आम जनता की इन्ही परेशानियों को महसूस करते हुए नागरिक सुरक्षा मंच एवं जिला युवक कांग्रेस ने रेल प्रशासन के तुगलकी निर्णय का विरोध करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत दिनांक 12-09-2023 को अपरान्ह 12.00 बजे रेल रोको आन्दोलन किया जायेगा। इस आन्दोलन को सामाजिक संगठनों, राजनीतिक संगठनों, व्यापारी, छात्र संगठन सहित बिलासपुर, कोरबा, चांपा-जांजगीर,अकलतरा,सक्ती खरसिया,बिल्हा सहित इस रेल रूट के आने वाले सभी रेल्वे स्टेशनों के नागरिकों का समर्थन प्राप्त है। दिनांक 12-09-2023 दिन मंगलवार को अपरान्ह 12 बजे उसलापुर रेल्वे स्टेशन के निकट ट्रेन रोकी जायेगी। इसके बाद भी रेल प्रशासन के रवैये में सुधार नहीं आया तो एक साथ 12 स्टेशनों पर रेल रोको आन्दोलन किया जायेगा, जिसके लिये रेल प्रशासन पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगा।पत्रकारों से चर्चा के दौरान देवेंद्र मिश्रा महामंत्री,शहर कांग्रेस कमेटी,राजू यादव,जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष मौजूद रहे।