गैस सिलेंडर ₹200 सस्ता लेकिन डीज़ल- पेट्रोल के रेट में कोई कमी नहीं क्यों ? : विजय दुसेजा।

रक्षाबंधन के दिन केंद्र सरकार के द्वारा गैस सिलेंडर पर ₹200 की सब्सिडी दी गई कहा गया की बहनों को रांखी का तोहफा है। क्या इससे महंगाई कम होगी या यह सिर्फ चुनावी स्टंट है अगर सच में महंगाई कम करनी है तो पेट्रोल और डीजल में कम से कम ₹20 कम करना चाहिए था पर उसमें ₹1 भी छूट नहीं दी गई जबकि पेट्रोल कंपनियां हजारों करोड़ों रुपए फायदे में चल रही है कच्चा पेट्रोल भी सस्ता मिल रहा है उसके बाद भी पेट्रोल और डीजल में रेट कम नहीं किया जा रहा है साथ ही राज्य सरकार भी जनता से धोखा कर रही है क्योंकि वह भी अपने हिस्से का टैक्स कम नहीं कर रही है जिससे पेट्रोल और डीजल के रेट आसमान छू रहे हैं जब तक केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर एक साथ रेट कम नहीं करेंगे तब तक महंगाई कम नहीं होने वाली एक तरफ राजस्थान सरकार ₹500 सिलेंडर दे रही है वहां पर कांग्रेस की सरकार है और छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस सरकार है पर यहां की सरकार ऐसा क्यों नहीं कर रही है
क्यों नहीं जनता को ₹500 मे सिलेंडर दे रही है राजस्थान में कांग्रेस सरकार जनता को फ्री राशन दे रही है जरूरतमंदों को।
चुनाव आते-आते इतनी घोषणाएं इसलिए हो रही है हो रही है ताकि चुनाव जीता जा सके।।
लेकिन छत्तीसगढ़ में ऐसा नहीं हो रहा है क्योंकि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भरोसा है की जीतेंगे तो हम ही इसीलिए

क्यों पेट्रोल डीजल के रेट कम करें और जनता को ज्यादा फायदा दे?
दूसरी ओर राजस्थान में वहां के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपनी पार्टी के जीत का भरोसा नहीं है इसलिए वह जनता को खुश करने के लिए घोषणाओं के ऊपर घोषणाएं कर रहे हैं यह सब चुनावी स्टंट है चुनाव के बाद फिर से वहीं महंगाई की मार पड़ने वाली है चार दिन की चांदनी है फिर अंधेरी रात चुनाव भी अब चाईना आइटम की तरह हो गए हैं जब चुनाव का समय आता है तो जनता को खुश रखेंगे , चुनाव होने के बाद फिर सेअपने रंग में आ जाएंगे, और महंगाई फिर आसमान छूने लगेगी सब जानते हैं अगर गरीब पैसे वाला बन जाएगा तो फिर वोट हमे कहां से देगा किसान आगे बढ़ जाएगा तो फिर हमारा समर्थन कैसे करेगा युवा पर पढलिख जाएगा तो हमें सपोर्ट कहां से मिलेगा हर जगह विकास हो जाएगा तो भ्रष्टाचार कहां से होगा सब की मिली भगत है इसलिए 1 सड़क को बार-बार बनाते हैं खोदते हैं बनाते हैं खोदते हैं। और बार-बार सड़कों को बनाने के लिए, भारी नुकसान होता है और इसकी मार आम जनता को झेलनी पड़ती है।

अगर सच में जनता का हित चाहते हैं और महंगाई कम करना चाहते हैं तो पेट्रोल डीजल में रेट कम करें और गैस सिलेंडर में ₹300 और रेट कम करें तब आम जनता को राहत मिलेगी और यह सब्सिडी सिर्फ चुनाव तक सीमित ना रहे कम से कम 5 साल तक रहनी चाहिए और रेट नहीं बढ़ने चाहिए तभी जनता को राहत मिलेगी। ऐसा होगा लगता नहीं है? नेता सिर्फ अपने कुर्सी पाने तक ही वादे निभाते हैं जब कुर्सी मिल गई सब कुछ भूल जाते हैं। कुछ जनप्रतिनिधि और नेता जरूर‌ ऐसे है जो जनता के नजरों में खरे उतरते हैं। एवं अपने किए गए वादे निभाते हैं!!

अब देखना यह है कि आने वाले चुनाव में जनता क्या फैसला करती है?