कार्तिक माह की कथा का महत्व :::

लेखराज मोटवानी : कार्तिक माह की कथा का महत्व ::: इस समय किए गए दान , अल सुबह किया गया ठंडे पानी से स्नान ,तत्पश्चात कथा को सुनने से मानव द्वारा, जाने –अंजाने में किए गए पापों को विष्णु भगवान हर लेते है , एवं माता लक्ष्मी ऐसे व्यक्ति का वैभव बढ़ाती हैं। कथा भाइयों को संपत्ति के विवाद में एक दूसरे को श्राप से दूर रहने एवं प्रेम पूर्ण संबंध ईमानदारी से निभाने का संदेश देती है ।स्वामी प्रीतमदास सभागृह इंदौर में सिंधी में कार्तिक कथा की समाप्ति कथा वाचक अमर ममतानी का संस्था की तरफ से सम्मान किया गया , भाई तुलसी सिलावट जी भी मत्था टेकने पहुंचे,, कथा को सुनने मुख्य रूप से समाज के गणमान्य भगवान दास कटारिया, प्रदीप कुमार खत्री, त्रिलोक गुलानी, जयप्रकाश सचदेव, डॉक्टर वाधवानी, तीरथ दास ,राजेश खुबानी, गिरधर भाटिया , नरेंद्र बुधानी ,श्याम मेंघवानी कथा करने वाले भाई अमरलाल ममतानी जी साथी मनोहर अटलानी, जय केवलानी बाबू पहवानी संस्था के प्रमुख प्रह्लाद वाधवानी , दिलीप एवं डॉक्टर वाधवानी, कपिल घनश्याम गुलानी, इकबाल सिंह खालसा, लक्ष्मण कटारिया, राजू ,मुकेश गुलानी ,नरेंद्र बुधानी, ओम प्रकाश बजाज, वासुदेव घिंडवानी, विक्रम गंगवानी,विकास आसनानी , जय पहवानी ,यश खुशलानी भी उपस्थित हुए ।