भगवान विष्णु ने कहा कि गुरु मेरा ही स्वरुप है ,संत दादा जेपी वासवानी







बिलासपुर:- गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर साधु वासवानी सेंटर रामा  वैली बिलासपुर में गुरु पूर्णिमा का पर्व श्रद्धा पूर्वक मनाया गया दादा साधु वासवानी दादा जेपी वासवानी की फोटो पर माला पहनाकर दिप   प्रज्यवलीत  करके सत्संग कीर्तन  कि  शुरूवात  कि गई कि, सपना कलवानी चित्र पंजवानी एवं कविता के द्वारा भक्ति भरे भजनों की शानदार प्रस्तुति दी गई जिसे सुनकर उपस्थित सभी भक्तजन भाव विभोर हो गए तब पश्चात
टीवी के माध्यम से दादा  जेपी वासवानी   जी का सत्संग दिखाया गया उसमें दादा साधु वासवानी जी सत्संग के माध्यम से  एक प्रसंग बताते हैं कि एक बार नारद मुनि भ्रमण करते हुए स्वर्ग लोक अन्य लोको से घूमते हुए पृथ्वी पर पहुंचे और उन्होंने सोचा कि भगवान विष्णु को तो तीनों लोकों में बहुत मानते हैं अब पृथ्वी में देखे कि कितने इंसान भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करते हैं जब यहां पहुंचे तो देखा हर इंसान गुरु पूर्णिमा के दिन अपने-अपने गुरु के आश्रम जा रहा है घरों में अपने-अपने गुरु की पूजा अर्चना कर रहा है पर भगवान विष्णु को कोई पूजा अर्चना नहीं कर रहा है यह देखकर बहुत निराश हो गए और तुरंत वहां से अंतर ध्यान होकर भगवान विष्णु जी के पास पहुंचे भगवान विष्णु जी समुद्र तल के नीचे में शेषनाग की सैया में विश्राम कर रहे थे तब वहां पहुंचकर उन्होंने श्री हरि से कहा प्रभु नेत्र खोले भगवान विष्णु ने आगे खोली और पूछा क्या बात है नारद मुनि जी क्यों इतना उदास हो तब नारद मुनि ने कहा प्रभु यह इंसान बहुत ही चालक और मतलबी होते हैं अपने सृष्टि की कितनी रक्षा की इतना सब कुछ दिया फिर भी उसके बाद इंसान आपको भूल गए आज गुरु पूर्णिमा के दिन भी आपकी पूजा अर्चना नहीं कर रहे हैं तब भगवान विष्णु मुसकराते हुए कहा नाराद तुम बहुत भोले हो हर जगह मैं नहीं पहुंच सकता हूं इसीलिए गुरु ही मेरा स्वरूप है और डायरेक्ट मेरे से कोई इंसान  नहीं मिल सकता है हां गुरु के माध्यम से वह मेरे पास जल्दी पहुंच सकता है इसीलिए सभी लोग गुरु के पास जा रहे हैं गुरु की पूजा अर्चना कर रहे हैं तो जो सच्चा भक्त होगा उनको गुरु के वेश में मेरा ही दर्शन होगा इसलिए तुम निराश मत हो नाराद ,
सारी  बात सुनकर उनकी लीलाओं को नमन किया और अंतर ध्यान हुवे
इस कथा का तात्पर्य यह है कि गुरु के बिना आप भगवान के पास पहुंच नहीं सकते हो गुरु वह पूल है वह सेतु है जिसको पार करके आप
भगवान के दर्शन कर सकते हो और भवसागर  भी पार कर  सकते हो,
इस पावन अवसर पर साधु वासवानी सेंटर बिलासपुर इकाई के द्वारा हरि मॉडल इंग्लिश मीडियम स्कूल में जरूरतमंद बच्चों की 11000 फीस सेवा के रूप में भरी गई कितनी खुशी की बात है गुरु पूर्णिमा के दिन इस पावन कार्य की सेवा दी गई धन्य है साधु वासवानी सेंटर वह उनके सेवादारी कार्यक्रम के आखिर में आरती की गई पल्लव पाया गया    प्रार्थना की गई अरदास की गई
आज के इस आयोजन को सफल बनाने में साधु वासवानी सेंटर बिलासपुर इकाई   का विशेष सहयोग रहा

भवदीय
विजय दुसेजा