चालिहा महोत्सव में कानपुर के अशोक अरोड़ा का हुआ सम्मान

बिलासपुर–:::श्री झूलेलाल वेलफेयर सोसाइटी के द्वारा चालिहा महोत्सव का आयोजन बिलासपुर में किया जा रहा है दूर दूर से लोग आ रहे हैं चालिहा में शामिल होने के लिए माथा टेक रहे हैं पुजार अर्चना कर रहे हैं अपने जीवन को सफल बना रहे हैं इसी कड़ी में कानपुर के अशोक अरोड़ा ,जो की एक सफल व्यवसायी ही है हंसमुख व्यक्तित्व के धनी है जिनका ससुराल बिलासपुर के जूना बिलासपुर में है वैसे तो बिलासपुर उनका आना-जाना लगा रहता है पर चालिहा महोत्सव में पहली बार पहुंचे हैं उनके विवाह को 40 साल हो गए हैं पर कभी ऐसा मौका नहीं आया कि वह किसी धार्मिक आयोजन कार्यक्रम में शामिल होए वह गर्मी का मौसम में आते थे छुट्टियों में चले जाते थे
पहला ऐसा मौका है कि सावन माह में बिलासपुर पहुंचे हैं और चालिहा महोत्सव में मची धूम है जब उन्हें पता चला तो वह तुरंत अपने साले विजय के साथ पहुंचे चालिहा महोत्सव में मत्था टेका प्रसाद ग्रहण किया वह अपने जीवन को सफल बनाया उन्होंने बताया कि प्रथम बार वह आए हैं और ऐसा शांतिपूर्वक माहौल देखकर बहुत खुशी हो रही है आनंद हो रहा है जिस तरह भक्ति भाव से यहां चालिहा महोत्सव मनाया जा रहा है यह देखकर बहुत ही मंन को सुकून मिला इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष जगदीश हद्ववानी के द्वारा अशोक अरोड़ा का छाल ओढ़ाकर श्रीफल प्रसाद देकर सम्मान किया गया अशोक ने संस्था का धन्यवाद किया और कहा यहां आकर भगवान झूलेलाल जी के दर्शन कर और प्रसाद ग्रहण करके जो आत्मा को सुकून मिला है वह अलग ही बात है बहुत भाग्यवान होते हैं वे लोग जिन्हें झूलेलाल के दरबार में आने का मौका मिलता है और किस्मत वाले होते हैं जिन्हें भंडारा ग्रहण करने का अवसर मिलता है प्रभु का वह प्रसाद है जीसे खाने के लिए देवता भी तरसते हैं ईसे सिर्फ खाना समझकर नहीं खाना चाहिए बल्कि भगवान का वह अमृत डाला हुआ प्रसाद है यह सोचकर जब आप खाओगे तो आपको ऐसा स्वाद मिलेगा की 56 भोग भी फिके पड़ जाएंगे इस अवसर पर संस्था के कई पदाधिकारी सदस्य जन उपस्थित थे