बिलासपुर:–प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय रामाग्रीन सिटी की बहनों द्वारा शासकीय कन्या शाला सरकंडा में छात्र-छात्राओं को मेडिटेशन का महत्व बताते हुए रक्षाबंधन का आध्यात्मिक रहस्य बताया गया एवं उपस्थित शिक्षकों को रक्षाबंधन बांधा गया
पूर्णिमा दीदी जी ने मेडिटेशन का महत्व बताते हुए कहा कि जिस प्रकार मोबाइल को या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक साधन को चार्ज किए बिना हम उसका उपयोग नहीं कर सकते उसकी बैटरी डिस्चार्ज हो जाती है ठीक इसी प्रकार इस मन रूपी बैटरी को भी प्रतिदिन परमात्मा की याद से चार्ज करना अति आवश्यक है इसे ही मेडिटेशन कहा जाता है जब हमारा मन डिस्चार्ज हो जाता है तब मन में मानसिक तनाव चिड़चिड़ा पन दुख इत्यादि समस्याएं होती है जिसका प्रभाव हमारे पूरे जीवन में पड़ता है वे सदा असंतुष्ट रहते हैं इसीलिए वर्तमान जीवन में हर किसी को मेडिटेशन करना अत्यंत आवश्यक है मेडिटेशन करने से हमारा मन बिल्कुल शांत हो जाता है शुद्ध हो जाता है पवित्र हो जाता है और हम सदा खुश रह सकते हैं इसके साथ ही साथ पूर्णिमा दीदी जी ने रक्षाबंधन का महत्व बताते हुए कहा कि रक्षाबंधन बहुत ही पवित्र त्यौहार है शास्त्रों में देखा जाए तो सर्वप्रथम इंद्राणी ने अपने पति इंद्र को रक्षाबंधन उसकी रक्षा हेतु बांधा था तत्पश्चात यह रस्म चली आई और उसके बाद ब्राह्मणों ने, यजमानो ने भी रक्षा सूत्र बांधना प्रारंभ किया आज के दिन में हम सुरक्षा हेतु वृक्षों को भी रक्षा सूत्र बांधते हैं और देखा जाए तो वर्तमान में बहन अपने भाइयों की रक्षा हेतु रक्षाबंधन बांधती है परंतु यह न केवल भाई अपने बहनों को बांध सकते हैं अपितु रक्षाबंधन हम हर किसी को उसकी सुरक्षा के लिए बांध सकते हैं ब्रह्माकुमारी सरोज दीदी ने भी उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को मेडिटेशन कराया तथा शासकीय कन्या शाला सरकंडा की प्रिंसिपल मैडम ने भी रक्षाबंधन का आध्यात्मिक रहस्य सभी को बताया उक्त कार्यक्रम में बीके पूजा बहन भी उपस्थित रही इस प्रकार सभी के उपस्थिति में उक्त कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न