बिलासपुर:- सिंधी समाज ने सिंधी कॉलोनी मनोहर टॉकीज के पीछे जूना बिलासपुर में भी तीजड़ी का त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाया गया पौराणिक कथा के अनुसार रूपवंती नामक राजकुमारी ने अपने पति को वापस पाने के लिए पूरा साल उसकी देखरेख की तथा यह व्रत अपने सुहाग को बचाने के लिए रखा और वह अकाल मृत्यु से बाहर आ गया इसी विश्वास के साथ सभी सिंधी समाज की महिलाओं ने यह व्रत रखा
एक दिन पूर्व अमृतवेले सुबह 4:00 बजे असुर किया गया हल्का-फुल्का नाश्ता किया फिर सुबह लेकर दिन भर रात की पूजा के बाद अर्ध तक उपवास रखा हाथों में मेहंदी लगाई गई
सुबह तीजड़ी माता को झूला झुलाया और रात को एक साथ मिलकर तीजड़ी माता की पूजा की और अपने पति के लिए लंबी उम्र की कामना की भजन कीर्तन भी किया गया तत्पश्चात् चन्द्र दर्शन व अर्ग देकर घर के बड़ो का आशीर्वाद लिया और अपना व्रत तोड़ा पूजा का कार्यक्रम कोमल सिदारा के यहाँ किया गया और मोनिका सिदारा ने कथा वाचन किया और काफ़ी संख्या में महिलायें उपस्थित थी जिनमे कृपा सिदारा मोनिका सिदारा मुस्कान, संध्या ,यशोदा गुंजन दूसेजा भारती दुसेजा लक्ष्मी वाधवानी उषा गोदवानी
साधना गुनगुन दीपा इशिका कृतिका पलक यशोदा , सरीता ,कशीश, काजल, रीना, प्राची,
और भी काफ़ी संख्या में महिलायें उपस्थित थी
भवदीय
विजय दुसेजा