मनमोहक झांकी लगाई गई,प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, में


बिलासपुर:- श्री कृष्णा जन्माष्टमी के पावन पर्व पर हर साल की भांति “प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, ओम शांति सरोवर, उसलापुर” के प्रांगण में बहुत ही मनमोहक झांकी लगाई गई, कार्यक्रम की शुरुआती  दीप प्रज्वल और आरती के द्वारा की गई.  झांकी में श्री कृष्ण राधिका के साथ झूले में,  श्री कृष्ण का बाल रूप यशोदा माता के साथ माखन खाते , श्री लक्ष्मी और श्री नारायण के राज्य अभिषेक, गोवर्धन गिरधारी के रूप में मनमोहक अति आकर्षक  चैतन्य झांकी प्रस्तुत किया गया।
बच्चों के बाल गोपाल, राधे कृष्ण के ड्रेस में करीब 30  से भी अधिक बच्चों ने सभी का मन मोह लिया। और सुंदर-सुंदर नृत्य, गाने ड्रामा डांस के द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियां बच्चों के द्वारा दी गई।  ब्रह्माकुमारी छाया दीदी  (मुख्य संचालिका उसलापुर सेवा केंद्र) ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि हम सब चाहते हैं श्री कृष्णा इस धरा पर पुनः आए। सत्य धर्म की स्थापना एवं अधर्म का नाश हो। श्री कृष्णा सर्वगुरु संपन्न ,16 कला, संपूर्ण निर्विकार मर्यादा पुरुषोत्तम रहे हैं। वह सतयुग के प्रथम राजकुमार अति सुंदर, अतिपावन, अति मनमोहक उनकी छवि हर एक के मन को आकर्षित करती है। ऐसी परम पवित्र महान आत्मा पावन धरा पर ही अवतरित होती है। और ऐसी पावन आत्मा का हम सब आवाहन कर रहे हैं कि वह पुनः इस धरा पर पधारे। इसके लिए हमें भी अपने मन, वचन, कर्म को पवित्र करना होगा। श्री कृष्ण के दिव्य गुण को अपने जीवन में धारण करना होगा। जबकि आज चारों ओर हिंसा, दुख, अशांति, अधर्म की अति हो रही है।  इसके लिए  जिस दिव्य गीता ज्ञान के द्वारा भगवान ने धर्म की स्थापना की थी, उस ज्ञान को हम सबको पुनः धारण कर धर्म की स्थापना के कार्य के लिए तैयार होना होगा। गीता की मूल शिक्षा हम शरीर नहीं लेकिन शरीर में रहने वाली चैतन्य स्वरूप आत्मा है। शरीर से न्यारी है पवित्र है। और हम सबका वास्तविक घर परमधाम है। जहां सूर्य चांद सितारों की रोशनी नहीं पहुंचती। फिर भी वहां रोशनी ही रोशनी है। परमधाम ही परमात्मा का रहने का स्थान है और हम आत्माओं के भी रहने का स्थान है। परमपिता परमात्मा की श्रेष्ठ रचना श्री कृष्णा नंबर वन है। कर्तव्य कर्म करते हुए हम अपने जीवन को कर्मयोगी जीवन बनाएं। छाया दीदी ने उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों को मेडिटेशन कराया जिसमें उन्होंने श्रीकृष्ण के स्वर्णिम युग का अनुभव किया।
बच्चों के द्वारा मनमोहक नृत्य में विशेष डांस अकैडमी के द्वारा सरस्वती वंदना, कालिया नाग मर्दन नित्य नाटिका, कथक, गवर्नमेंट स्कूल द्वारा राधिका गोरी से मैया मेरा कर दे ब्याह….. आदि कई प्रस्तुतियां दी गई।