जिला शिक्षा विभाग कि मनमानी जाँच रिपोर्ट मांगने पर दिया जा रहा तारीख पे तारीख-रंजेश सिंह N. S. U. I

बिलासपुर:- रंजेश सिंह ने बताया कि दिन शुक्रवार को जांच रिपोर्ट देने की बात पर जांच रिपोर्ट तो नही मिला लेकिन नाकामी छुपाने अंततः जांच अधिकारी दासरथी सहित सभी अधिकारी को हटा दिया गया है साथ ही नोडल अधिकारियों को 7 दिवस में जांच कर रिपोर्ट देने आदेशित किया गया है
बता दे कि रंजेश सिंह एनएसयूआई प्रदेश सचिव के नेतृत्व में 2 महीने पूर्व सेंट जेवियर्स स्कूल में 4 सीबीएससी द्वारा बिना मान्यता प्राप्त 10 और 12 कक्षा संचालित होने की शिकायत किया गया था जिसमे पांच जांच अधिकारी न्युक्त किया गया था पर आज दो महीने से भी अधिक हो जाने के बाद भी जांच पूर्ण नही किया गया है लगातार तारिक पे तारिक और छात्रनेताओ को भटकाने का काम जिला शिक्षा विभाग एवम जांच अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है पहले मौखिक रूप से जांच अधिकारी सहायक संचालक दासरथी  के द्वारा कक्षा संचालित नही होने की बात कही गई और सबूत मांगा गया जब हमने सबूत पेश किए तो उनके पैर तले जमीन खिसक गई और अपनी दाल ना गलते देख खुद को जांच से दूर करने के लिए तारिक पे तारिक देना शुरू कर दिया गया और आवेश में आकर आज खुद को जांच से मुक्त करने पूर्व में ही आवेदन देने की बात कही अंततः जब हम आज 2घंटे डीईओ ऑफिस में बैठे उसके बाद अन्न फनन में पुनः नए जांच अधिकारी नियुक्त किया गया ,
  सवाल ये उठता है कि अगर स्कूल में कमी है तो आज तक रिपोर्ट  तैयार कर स्कूल पर कार्यवाही क्यों नहीं की गई और सही है तो भी क्लीन चिट का रिपोर्ट ही दे देते फिर हम आगे की कारवाही के लिए आला अधिकारी का दरवाजा खटखटाते  या न्यालय की शरण में जाते क्योंकि ये लाखो बच्चे का भविष्य का सवाल है ,
हम ये दावे के साथ कह सकते है कि जांच अधिकारी ये भली भांति जानते है कि एनएसयूआई के द्वारा लगाया गया आरोप सही है पर दबाव के कारण जांच करने में असमर्थ है इसी कारण कोई भी जांच अधिकारी जांच कर अपना कलम नही फसाना चाहते ,
अब अंतिम अवसर दिया गया है छात्रहित की बात को देखते हुए अगर 20 तारिक तक जांच  रिपोर्ट नही मिलता है तो हम सैकड़ों एनएसयूआई के साथी व छात्र छात्राएं उग्र आंदोलन की ओर अग्रसर होगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला शिक्षा विभाग की है जिनकी भूमिका इस मामले में संदिग्ध है