लेखराज मोटवानी/रीवा (म.प्र.) : सनातन धर्म, सनातन संस्कृति, सनातन सभ्यता के रक्षार्थ अवतरित श्री गुरुनानक देव जी के ज्येष्ठ पुत्र शिवअवतारी उदासिनाचार्य जगद्गुरु श्री श्रीचन्द्र भगवान जी का 530वां प्राकट्य महोत्सव श्री सदगुरुदेव स्वामी सन्तदास साहिब जी की दिव्य चेतना की पावन सन्निधि में दि.12 सितम्बर 2024 गुरुवार को स्थानीय सिंधु भवन में पूर्ण श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। उक्त आशय की जानकारी देते हुए अखिल भारतीय सिंधु सन्त समाज ट्रस्ट के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी हंसदास जी ने बताया कि भगवानश्री का प्राकट्य महोत्सव सम्पूर्ण विश्व के उदासीन आश्रमों में उदासीन महापुरुषों एवं सनातन प्रेमियों द्वारा धूमधाम से मनाया जाएगा।
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इसी तारतम्य में रीवा नगर में भी विगत 04 अगस्त को “चालीस दिवसीय दिव्य अनुष्ठान” का शुभारंभ हुआ। अनुष्ठान का समापन 12 सितम्बर गुरुवार को स्थानीय सिंधु भवन में महाआयोजन के साथ किया जा रहा है। जिसमें सायं 06 बजे से भगवानश्री का षोडशोपचार पूजन, अभिषेक, श्रीचन्द्र चालीसा, श्रीचन्द्र अष्टक और मात्रा-वाणी का सामूहिक पाठ किया जाएगा। सायं 07 बजे से भगवान श्रीचन्द्र सत्संग सुधा में संगीतमय प्रवचनों के साथ भगवानश्री की महिमा, जीवन चरित्र, उपदेशों, आदर्शो और शिक्षाओं का वर्णन किया जाएगा। तत्पश्चात मधुर गीतों और नृत्य द्वारा अवतरण दिवस की खुशियां मनाई जाएगी। इस अवसर पर रात्रि 09 बजे से महाप्रसाद (भण्डारे) का भी आयोजन है। सभी श्रद्धालु भक्त जनों से आग्रह है कि सपरिवार और इष्ट मित्रों