संसार से प्यार करोगे तो जीवन गर्त में जाएगा और गुरु से प्यार करोगे तो जीवन संवर जाएगा,, संत लाल सांई

बिलासपुर:- श्री झूलेलाल मंदिर सिंधु अमर धाम आश्रम के संत लाल सांई जी के प्रथम पुत्र शहजादे वरुण सांई का 14 वां जन्म उत्सव श्री झूलेलाल मंदिर झूलेलाल नगर चक्करभाटा में साध संगत के द्वारा बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया कार्यक्रम की शुरुआत रात्रि 9:00 बजे भगवान झूलेलाल व बाबा गुरुमुख दास जी की मूर्ति पर पुष्प अर्पण कर दीप प्रजवलित करके की गई इस अवसर पर भक्ति मय कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बुरहानपुर से रोशनी चांदवानी ,मुंबई से संतोष तोलानी, अमलनेर से हीरालाल तोलानी के द्वारा शानदार संगीत मय भक्ति मय सिंधी गीत व भजनों की प्रस्तुति दी गई जीसे सुनकर उपस्थित भक्तजन झूम उठे एक से बढ़कर एक गीतों की प्रस्तुति दी रोशनी ने अपनी सुरीली आवाज से सब का दिल जीत लिया उभरते हुए कलाकार संतोष ने वाई- वाई ,लूटी
हीरालाल ने सबका मन मोह लिया कार्यक्रम रात 11:00 बजे शहजादे वरुण ने अपनी पूजनीय दादी जी एवं पूज्य पिताजी और पूज्य माताजी एवं भक्तों के संग  🎂केक काटकर अपना 14  वां जन्म उत्सव मनाया दादी जी को सांई जी को माता जी को केक खिलाया
इस अवसर पर संत लाल सांई जी ने आशीष वचन में सबसे यही कहा की जिस तरह आप लोगों ने मुझे अपना प्यार दिया है आशीर्वाद दिया है ऐसा ही प्यार आशीर्वाद वरुण के ऊपर भी बनाए रखें और साध संगत में ही भगवान वास करते हैं बाबा गुरमुख दास जी जब जीवित थे तो बहुत लोग यहां आते थे दिन दुखी यहां पर रहते थे एसी एसी बीमारियां होती थी जिसको घर वाले भी छूते नहीं थे उनका इलाज उनकी देखभाल बाबा करते थे और जब ठीक होकर वह अपने घर जाते थे तो जो खुशी आनंद मिलता था बाबा को उसकी अनुभूति शब्दों से बयां नहीं कर सकते बाबा एक बात कहते थे कि भक्तों में ही भगवान का वास होता है इसलिए भक्तों की सेवा हमेशा करते रहो,
और एक बात याद रखना की,

(संसार से प्यार करोगे तो जीवन गर्त में जाएगा अगर गुरु से प्यार करोगे तो जीवन संवर जाएगा)

आज इस कार्यक्रम में आप सभी आए और अपना आशीर्वाद वरुण को दे ताकि वह भी आप लोगों की सेवा करें दीन दुखियों की सेवा करें भगवान झूलेलाल का झंडा लहराता रहे और सच्चे सिंधी की पहचान है अपने घर में दुकान में भगवान झूलेलाल  का फोटो जरूर लगाए सिंधी में बात करें अपनी बोली भाषा संस्कृति को ना भूले अपने माता-पिता की सेवा करें धर्म के राह पर चले दान पुण्य का काम करें अपने सनातन धर्म मैं ही जिए और मरे धर्म परिवर्तन ना करें उन्होंने आज का एक वाक्य बताया कि आज मंदिर में समाज के एक ऐसा व्यक्ति आया था जो धर्म परिवर्तन करके अन्य धर्म में चला गया था पर  सोशल मीडिया में भगवान झूलेलाल के जीवन की कथा सुनी वह सत्संग सुना तो उन्हें एहसास हुआ कि उन्होंने बहुत बड़ी गलती की है भूल की है तो उसको पछतावा हुआ और आज मंदिर में पहुंचकर वापस सनातन धर्म हिंदू धर्म में शामिल हुआ विधि विधान के साथ उसे हिंदू धर्म में शामिल किया गया आप कोई भी ऐसी गलती ना करें ,
जिस तरह अपनी संतान सबको प्यारी होती है उसी तरह अपना धर्म भी सबको प्यारा होना चाहिए और गर्व होना चाहिए कि हम हिंदू हैं और जाति से हम सिंधी हैं भगवान झूलेलाल के वंशज हैं,
बिलासपुर ,चकरभाठा, बिल्हा पंचायत के अध्यक्ष व पदाधिकारी, पार्षद पहुंचे थे वरुण को जन्मदिन की बधाई दी व आशीर्वाद दिया
  आखिर में आरती की गई पल्लो पाया गया विश्व कल्याण के लिए अरदास की गई आए हुए सभी भक्तजनों के लिए आम भंडारे का आयोजन किया गया सभी भक्तों ने भंडारा ग्रहण किया
कार्यक्रम रात्रि 12:00 बजे समापन हुआ
आज के इस आयोजन में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में  भक्तजन छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों से पहुंचे थे जिन्होंने वरुण को जन्मदिन की बधाइयां दी वह उपहार दिए आशीर्वाद दिया आज के इस  आयोजन को सफल बनाने में बाबा गुरमुख दास   सेवा समिति श्री झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप , सिंधी महिला मंडल के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा इस पूरे कार्यक्रम का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया हजारों की संख्या में घर बैठे लोगों ने  आज के कार्यक्रम का आनंद लिया

भवदीय
विजय दुसेजा