13 अक्टूबर से 15 अक्टूबरको 34 वा वर्सी महोत्सव का भव्य आयोजन

लेखराज मोटवानी : श्री सतगुरु जीवतपुरी गोस्वामी जी श्री दुर्गा मंदिर (मढ़ी) में सतगुरु अनंत पुरी गोस्वामी जी के पावन सानिध्य में सतगुरु किशन पुरी जी का 34 वां वर्सी महोत्सव रवीवार को रायपुर में बड़े ही धूमधाम से दुर्गा मंदिर में वर्सी महोत्सव मनाया गया सुबह 10:00 बजे सतगुरु बाबा जी का दुग्ध,अभिषेक, ध्वज वंदना आरती पूजा भक्ति संगीत कार्यक्रम आम भंडारा दुर्गा मंदिर मढ़ी में किया गया रात्रि में सालासर बालाजी धाम में भक्ति संगीत का कार्यक्रम एवं आम भंडारा का क्रम निरंतर चलता रहा ईस संगीत कार्यक्रम में देश के अनेक प्रांतो से अलग-अलग शहरों से कलाकार व 🎤गायको ने आकर अपनी हाजिरी लगाई इस वर्सी महोत्सव में जिनमें प्रमुख हैं दिल्ली से विक्की सूफी, नागपुर से किशोर उदासी , ग्वालियर से गौरव लखेरा वडोदरा से पिंटू सोनी लखनऊ से सोनू गायक ग्वालियर से दिव्यांश बालाजी झांसी से उदय सिंह कोटा से दिव्या ज्योति मुंबई से संगीता सरकार रायपुर से दीपक उदासी,प्रदीप प्यासी, पवन चावला, राहुल चावला, विशाल खट्टर एवं अन्य कलाकारों ने माता के भजन एवं गुरु बाबा किशनपुरी जी की महिमा भक्ति संगीत के माध्यम से की गई सभी कलाकारों की प्रस्तुति से भक्तिमय वातावरण निर्मित हुआ जिससे सभी भक्तगण झूम उठे पल्लव प्रार्थना अरदास की गई हाजरा हुजूर महन्त सतगुरु अनन्तपुरी गोस्वामी जी द्वारा देश प्रदेश के सुख शांति की कामना की एवं भंडारा प्रसाद भक्तों द्वारा ग्रहण किया गया भंडारे का कृम रात्रि 8 बजे से शुरू होकर देर रात्रि तक चलता रहा इस शुभ अवसर पर सभी भक्तजन ने गुरु जी की करुणा एवं आशीर्वाद पाया14 अक्टूबर को दोपहर में जनेऊ संस्कार और
रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया
जिसमें 34 यूनिट रक्तदान हुआ
सभी रक्तदान करने वाले लोगों का सतगुरु स्वामी अनंत पुरी गोस्वामी जी के द्वारा, आशीर्वाद दिया गया
अपने अमृत वचनों में कहा कि रक्त नाढियों में बहाना चाहिए ना की नालियों में, और इस सुभ अवसर पर जिन लोगों ने भक्तों ने अपना रक्तदान किया है वे सभी पुण्य के भागीदार तो बने हैं साथ में जो यह रक्त किसी जरूरतमंद को मिलेगा उनकी दुआएं आशीर्वाद भी इन लोगों को मिलेगा रक्तदान करने से शरीर स्वस्थ रहता है और कई बीमारियों का अंत भी होता है साल में कम से कम दो बार 💉रक्तदान करना चाहिए जिससे पुराना रक्त निकलेगा तो नया रक्त बनेगा भी
शाम 4 बजकर 30 मिनट पर सतगुरु जीवतपुरी गोस्वामी जी श्री दुर्गा मंदिर (मढ़ी ) लिली चौक से भव्य पालकी शोभायात्रा प्रारंभ हुई जिसमें सबसे आगे भक्ति भरे भजनों में💖 से,नाचते झूमते हुए, भक्त जन चल रहे थे, हाथों में सनातन धर्म का झंडा लहराते हुए आगे बढ़ते जा रहे थे,उसके पिछे अन्य
भक्तों के द्वारा पानी का छिड़काव किया जा रहा था उसके पीछे
सतगुरु किशन पुरी गोस्वामी साहिब जी के फोटो को भव्य रर्थ में रखा गया भक्तों के द्वारा उस रथ को हाथों से खींचते हुए आगे चलते जा रहे थे,
एक गाड़ी में अखंड ज्योत को रखा गया था जिसका दर्शन करके लोग👫👬👭 प्रसाद लेकर आगे बढ़ते जा रहे थे
उसके बाद बैंड बाजे के साथ के साथ संत जनों की रथ यात्रा साथ में चल रही थी जिसमें हाजरा हजूर मठं के सतगुरु अनंत पुरी गोस्वामी जी एवं देशभर से अलग-अलग प्रदेशों के शहरों से आए हुए संत महात्मा जन
जीनमे प्रमुख अखिल भारतीय सिंधु संत समाज ट्रस्ट के संरक्षक महंत स्वामी श्याम दास जी किशनगढ़ राजस्थान, राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी हंसदास जी रीवा मध्य प्रदेश, सलाहकार स्वामी तुलसीदास जी भोपाल मध्य प्रदेश, स्वामी माधव दास जी इंदौर मध्य प्रदेश ,स्वामी कमलपुरी की इंदौर मध्य प्रदेश, स्वामी गणेश गिरी जी इंदौर मध्य प्रदेश ,श्री मलंग बाबा नागपुर महाराष्ट्र, स्वामी कमल दास जी रीवा मध्य प्रदेश, श्री महेश बन जबलपुर मध्य प्रदेश ,पंडित विजय शर्मा उल्हासनगर महाराष्ट्र ,पंडित कमल शर्मा गोंदिया महाराष्ट्र ,सूरज सोनंकवर नागपुर महाराष्ट्र, सांई जलकुमार मंसद, रायपुर,
महेश बन
जबलपुर मध्य प्रदेश,से आऐ थे ओर
रायपुर वासियों को अपने रूहानी दर्शन से एवं आशीर्वाद देकर निहाल करते जा रहे थे , शोभा यात्रा लिली चौक नगर के अलग-अलग गली मोहल्लों से गुजरते हुए भोइपाडा, लाखे नगर
भ्रमण करते हुए वापस दुर्गा मंदिर मंदिर, पुरानी बस्ती लिली चौक पर सम्पन्न हुई लाखे नगर पूज्य पंचायत के समाज सेवियों व श्रद्धालु भक्तों ने पालकी यात्रा का जगह जगह पुष्प वर्षा एवं भव्य आतिशबाजी कर, प्रसाद बांट कर स्वागत सत्कार किया गया किया गया, शोभा यात्रा मंदिर से 1 किलोमीटर पहले रुक गई जिसमे भक्तों के द्वारा सड़कों में लेट गए सतगुरु अनंतपुरी गोस्वामी जी उनके ऊपर चलते हुए मंदिर के अंदर तक पहुंचे भक्तों की मान्यता है कि हमारे गुरुजी जमीन पर पांव न रखें बल्कि उनके पवित्र कोमल जो पांव है हमारे शरीर से ऊपर होते हुए माता के दरबार पर पहुंचे ताकि पुण्य हम कमा सके और आशीर्वाद हमें मिल सके, ऐसा सुंदर नजारा देखकर उपस्थित सभी लोग अचर्य चकित रह गए प्रदेश में पहली बार ऐसा नजारा देखने को मिला खासकर उन लोगों के लिए अद्भुत नजारा था जो पहली बार इस शोभायात्रा में शामिल हुए हैं,
मंदिर पहुंचकर संत महात्माओं के संग मां दुर्गा की आरती वंदना की गई प्रसाद वितरण किया गया अगला कार्यक्रम बालाजी धाम में रात्रि 9:00 बजे अखंड ज्योत प्रज्वलित करके कार्यक्रम आरंभ किया गया बारी-बारी से बाहर से आए हुए संत जन महात्मा जनों ने अपनी मधुर अमृतवाणी में भक्ति भरे भजनों के साथ सत्संग रूपी अमृत वर्षा की भक्तों पर ,बाहर से आए हुए कलाकारों के द्वारा भी थोड़ा-थोड़ा समय सबको दिया गया ताकि हर किसी को हाज़िर लगाने का मौका मिल सके सभी कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भक्ति भरे मधुर भरे गीत भजन गाए जिसे सुनकर भक्तजन झूम उठे, छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा नाटक के रूप से भक्ति के रूप से संगीत के रूप में नित्य के रूप में शानदार अलग-अलग प्रस्तुति पेश की सनातन धर्म का
ध्वजा लहराते रहे ऐसे कार्यक्रम पेश किया जीसमें महाभारत की रचना 💃नृत्य के माध्यम से पेश की गई भगवान भोलेनाथ का तांडव रूप वाला नित्य के माध्यम से दिखाया गया भगवान रामचंद्र जी हनुमान बजरंगबली के भक्ति भरे भजन पर सुंदर नृत्य की प्रस्तुति दी गई उपस्थित सभी लोगों ने बहुत पसंद किया
कार्यक्रम 11:00 बजे तक चलता रहा सभी संत महात्मा जनों का सांई जी के द्वारा सम्मान किया गया स्वागत सत्कार किया गया एवं आभार व्यक्त किया गया कि इस वर्सी महोत्सव में शामिल होकर अपने आए हुए सभी साध संगत को निहाल किया इस तीन दिवसीय वर्सी महोत्सव में बड़ी संख्या में नेता अभिनेता वह देश के अलग-अलग कोनों से लोग पहुंचे थे अपनी हाज़िरी लगाने के लिए प्रदेश के समाज के भी वरिष्ठ लोग उपस्थित हुए और सांई से आशीर्वाद लिया जिनमें प्रमुख हैं पूज्य सिंधी पंचायत छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष महेश दरयानी, अपने पदाधिकारी के साथ पहुंचे थे रायपुर उत्तर के पूर्व विधायक श्री चंद सुंदरानी सह परिवार पहुंचे थे कांग्रेस नेता आनंद कुकरेजा भाजपा नेता अमित चिमनानी समाज सेवी ललित जय सिंघानी प्रेम बिरनानी,राजू तारवानी, राजेश वाधवानी,प्रेम सोनी, किशोर आहुजा,
छत्तीसगढ़ साधु समाज के अध्यक्ष,मनोहरलाल,मुरली भाई और पदाधिकारी पहुंचे अपनी हाजिरी लगाई रात भर चाय नाश्ता चलता रहा आम भंडारा चलता रहा तीन दिनों का यह वर्सी महोत्सव सिर्फ एक उत्सव नहीं था बल्कि भक्तों का एक मेंला था संत जन ऐसा आयोजन करते रहते हैं ताकि भक्तजन आपस में एक दूसरे से मिलते रहे वह उन्हें संतों का आशीर्वाद ज्ञान रूपी सत्संग के माध्यम से मिलता रहे ताकि उनका कल्याण हो सके इस अवसर पर कई पत्रकार भी पहुंचे थे छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश महाराष्ट्र से आए थे कवर करने के लिए , बिलासपुर से हमर संगवारी के प्रधान संपादक विजय दुसेजा, मध्य प्रदेश के प्रभारी,रिवा से, लेखराज मोटवानी, भुसावल के पत्रकार दीपक चंदवानी,रायपुर के देवानन्द शर्मा ,डिंपल शर्मा और कई पत्रकारों ने कार्यक्रम को कवर किया विजय दुसेजा ने कहा कि पहली बार वह इस वर्सी महोत्सव में शामिल हुए हैं वैसे तो वह विगत 20 वर्षों से पत्रकारिता में है वह कई संत महात्माओं के कार्यक्रमों में जाते रहते हैं वर्सी महोत्सव, जन्म महोत्सव ,कवर करते रहते हैं पर इस दरबार में आने का मौका प्रथम बार मिला है गुरु जी के आशीर्वाद से वह जैसा प्रोग्राम मैने देखा, चाहे वह संगीत भक्ति मय कार्यक्रम था जो रात भर चला चाहे वह अद्भुत शोभा यात्रा हो चाहे संतो का मेला हो भक्तों का मेला हो और उसके बाद भी शांतिपूर्ण पूरी व्यवस्था के साथ कार्यक्रम संपन्न होना अपने आप में अद्भुत है सभी लोगों को एक समान दृष्टि से देखना वह सेवा भावना से कार्य करना प्रथम बार इस दरबार में देखने को मिला है मुझे,
ओर ऐसा नहीं लगा कि मैं कहीं दूसरी जगह गया हूं ऐसा लगा कि अपने घर का ही कार्यक्रम हो रहा है जिस तरह आदर, सम्मान प्यार मोहब्बत मिली है गुरु जी का आशीर्वाद मिला है वह पाकर मैं धन्य हो गया जैसा दरबार का नाम है मंढि वाली दरबार मंढि मतलब अनमोल और चमक से अपने आसपास अंधेरे को दूर करती है इस तरह यह दरबार भी है और यहां के संत महात्मा भी हैं जो अपने अनमोल,वचनों से रुहानी दर्शन से वह अमृतवाणी से लोगों को, भक्तों को निहाल करते है ईस मंदिर कि सथापना
सिंध प्रान्त से आने के बाद सतगुरु किशन पुरी गोस्वामी साहेब जी के द्वारा 1960 में
रायपुर में कि गई,
मां का दरबार है और मंदिर के नीचे में गर्भ ग्रह में बाबा जी की समाधि है कहते हैं श्रद्धा भक्ति के साथ जो इस समाधि में अपनी अर्जी लगता है उसकी अर्जी गुरु जी कबूल करते हैं वह उसके दुख दर्द 😢 सब दूर होते हैं और यहां पर ऐसे कई लोग आए थे जिन्होंने बताया कि जो इस दरबार की महिमा बड़ी निराली है अद्भुत है और सच्ची है,
सच्चा है तेरा दरबार, ठार माता ठार, अपने बच्चों पर कृपा बरसाती रहे इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में दरबार साहब व मंदिर के सभी सेवादारियों का विशेष सहयोग रहा