
अंतर्राष्ट्रीय आस्था का केंद्र पूज्य शदाणी दरबार तीर्थ, सनातन वैदिक संस्कृति और सभ्यता का इस कलयुग में प्रतीक। 300 वर्ष से अधिक पुरानी लोक कल्याणकारी संत परंपरा के साथ सेवा के नित नए आयाम स्थापित करते हुए हिंद और सिंध के तीर्थ दर्शन हेतु सेतु का कार्य पिछले कई वर्षों से करता आ रहा यह पूज्य शदाणी दरबार तीर्थ इंडो पाक एग्रीमेंट(1974) के तहत तीर्थ यात्रियों को हिंद(भारत )और सिंध (पाकिस्तान) के तीर्थ स्थानों के दर्शन लाभ का अवसर प्राप्त कराता आ रहा है। समाज कल्याण के महत्वपूर्ण विभिन्न सेवा कार्य करते हुए शदाणी दरबार तीर्थ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख सेवा केंद्र के रूप में विख्यात है। पूज्य शदाणी दरबार तीर्थ के नवम् (वर्तमान) पीठाधीश्वर डा.संत युधिष्ठर लाल जी के पावन सानिध्य व नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सिंध के तीर्थ स्थानों के दर्शन लाभ के लिए भारत देश के विभिन्न स्थानों से व शदाणी दरबार तीर्थ रायपुर छत्तीसगढ़ से 92 तीर्थ यात्रियों का एक जत्था पांच जनवरी को वाघा बॉर्डर से पाक स्थित सिंध के प्रमुख तीर्थस्थलों के दर्शन लाभ एवं विभिन्न सेवा कार्यों सामूहिक जनेऊ संस्कार, सामूहिक विवाह, विशाल भजन कीर्तन व पूजा समारोह के लिए आज रायपुर छत्तीसगढ़ से रवाना हुआ।