
भारत सरकार में शिक्षा मंत्रालय के स्वायत्तशासी संस्थान राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद में महाराष्ट्र राज्य से सदस्य प्रतिनिधि माननीय भगतराम छाबड़ा जी के अयोध्या आगमन पर उनका स्वागत उत्तर प्रदेश से सदस्य प्रतिनिधि एन सी पी एस एल विश्व प्रकाश” रूपन ” ने किया।
त्याग के प्रतीक केसरिया रंग की शाल ओढ़ाकर श्री रुपन ने उनका स्वागत करते बताया कि श्री छाबड़ा जी का संपूर्ण जीवन राष्ट्र सेवा में समर्पित हो गया है।
लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आकर अपने को धन्य मानते भगतराम जी सपरिवार अयोध्या पधारे व रामलला के दर्शन से खासे अभिभूत दिखे।
तत्समय आंदोलन की लंबी चर्चा करते वे सिंधी समाज की एकजुटता के प्रति भी चिंतित दिखे।
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प्रो रवि प्रकाश टेकचंदानी के कार्यों की भी मुक्त कंठ से की सराहना
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स्वजातीय समाज के निस्वार्थ सेवा भावी युवाओं को आगे आकर देश का नेतृत्व करने का भी उन्होंने आह्वान किया।
शिक्षा मंत्री मा धर्मेंद्र प्रधान के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद के बतौर निदेशक दिल्ली विश्वविद्यालय में डीन रिक्रूटमेंट एंड प्रमोशन रहे प्रो रवि प्रकाश टेकचंदानी द्वारा किए जा रहे कार्य की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते श्री छाबड़ा ने कहा कि प्रो रवि के अनुभव का लाभ हम सभी को एक भारत श्रेष्ठ भारत बनाने में बहुत मददगार साबित हो रहा है।
सिंधी भाषा को जिस प्रकार से मुख्य धारा में शामिल करने का उनका प्रयास है वह प्रशंसनीय है।
कुछ नकारात्मक कार्य में लिप्त लोगों को नजरंदाज कर आगे बढ़ने का भी सुझाव श्री छाबड़ा ने दिया।