शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर में पाजिटिव थिंकिंग की क्लास

परमात्मा पवित्र प्रवृत्ति मार्ग की स्थापना करते है: बीके गायत्री



बिलासपुरः शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर में पाजिटिव थिंकिंग की क्लास चल रही है। बीके गायत्री ने कहा कि सतयुग और त्रेतायुग मे पवित्र गृहस्थ आश्रम था। श्री विष्णु पवित्र प्रवृत्ति मार्ग के प्रतीक है। आज गृहस्थ मार्ग  अपवित्र हो गया है क्योंकि जन्म का आधार विकार है। विकार को भोजन की तरह स्वास्थ्य के लिये आवश्यक समझते है।  परमात्मा फिर से पवित्र प्रवृत्ति मार्ग की स्थापना का कार्य कर रहे है। इस अंतिम जन्म गृहस्थ व्यवहार निभाते पवित्र रहकर सतयुग की स्थापना के कार्य मे परमात्मा के सहयोगी बन सकते है।

आगे कहा कि शारीरिक मोटापा बहुत सारी बिमारियों की जड़ है। मोटा व्यक्ति चढाई फुर्ती से चढ़ नही पाते। इसी प्रकार व्यर्थ संकल्प बुद्धि के लिये अतिरिक्त भोजन है। अगर व्यर्थ संकल्प रूपी अतिरिक्त भोजन से परहेज करे तो बुद्धि के मोटापे की बिमारियों से बच जायेंगे।