भीलवाड़ा मैं बना इतिहास 2222 पूज्य बहराणा साहिब सामूहिक रुप से निकाला गया,, संत लाल दास जी के सानिध्य में

    भीलवाडा़   :-  अंग्रेजों के जमाने के समय से ही राजस्थान की भूमि ने इतिहास रचा है अंग्रेजों से चाहे लोहा लेने की बारी हो चाहे आजादी के लड़ाई में वहां की महिलाओं ने पुरुषों ने बच्चों ने बडो़ ने सब ने खून पसीना बहाकर देश को आजाद करने में अपना बहुत बड़ा योगदान दिया है ,राजस्थान की भूमि हमेशा इतिहास बनाने में आगे रही है चाहे वह किसी भी धर्म के जात के लोग हो उन्होंने हमेशा इतिहास बनाया है खेल में भी राजनीतिक में भी संस्कृति में भी हर क्षेत्र में वह आगे रहे हैं आज फिर राजस्थान के शहर भीलवाड़ा में सिंधी समाज ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है 2222 पूज्य बहराणा साहब संत लालदास सांई जी के सानिध्य में निकाला गया ढोल बाजे के साथ आतिशबाजी के साथ फूलों की वर्षा के साथ नगर भ्रमण करते हुए तालाब पहुंचकर विधि विधान के साथ पूज्य बहराणा साहब का विसर्जन किया गया अखंड ज्योत को प्रवान किया गया

इस भव्य आयोजन, अद्भुत दृश्य को देखने के लिए पूर्ण राजस्थान व आसपास के शहरों से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे और इस अवसर पर अहमदाबाद के संत सांई जगदीश भाई साहब एवं राजस्थान के भीलवाड़ा के अन्य संत महापुरुष भी आयोजन में शामिल हुए वह इस अद्भुत नजारे को देखा वह इस आयोजन के साक्षी बने आयोजन करता के एक कार्यकर्ता ने बताया कि जब प्रथम बार झूलेलाल मंदिर झूलेलाल नगर चक्करभाटा में 101 पूज्य बहराणा साहब निकाला गया तो उन्हें भी इच्छा हुई वह भी अपने शहर में बहराणा साहब निकाले और जैसे समय बितता गया अलग-अलग शहरों में बहराणा साहब निकाले गये उसकी संख्या भी बढ़ती गई तो उन्होंने सोचा की सबसे अद्भुत भव्य और ज्यादा जनसंख्या में बहराणा साहब हम निकालेंगे और उस दिन से मेहनत करने लगे और उनकी मेहनत आज रंग लाई और उन्होंने वाक्यी में इतिहास बनाया 2222 पूज्य बहराणा साहब निकालकर ,
ईस अवसर पर संत लाल दास जी ने समस्त राजस्थान के संनातनी धर्म वाले लोगों को सिंधी समाज के लोगों को बधाई को शुभकामनाएं दी कि आप लोगों ने इतिहास बनाया है और एक छोटे से नगर भीलवाड़ा ने दिखा दिया है कि अगर जज्बा प्यार का हो प्रेम का हो भक्ति का हो तो हम किसी से कम नहीं है, वैसे भी राजस्थान की नगरी भक्ति से भरी है

और जिस धरती में मीराबाई जैसी महिलाओं ने जन्म लिया हो वह धरती महान है उस धरती को हमारा नमन है और आज उन्होंने इतिहास बना कर दिखा भी दिया है कि धर्म के मामले में भक्ति के मामले में और शक्ति के मामले में यहां के लोग पीछे नहीं है बल्कि आगे ही है और जो ज्योत यहां से जली है वह पूरे राजस्थान को रोशन करेगी राजस्थान में उजाला फैलाएगी और हर घर घर में झूलेलाल की तस्वीर पहुंचेगी और यह ज्योति हर सिंधी समाज के घर में उजाला फैलाएगी उनके दुकानों में बरकत करेगी संत सांई जगदीश भाई साहब जी ने भी भगवान झूलेलाल जी के बारे में कई सारे बातें बताइए जो अभी तक बहुत कम लोगों को पता थी कि उनका जन्म किस सन को हुआ था कितने साल हुए हैं कहां हुआ था बहुत सारी ऐसी जानकारी उन्होंने दी और अपने आशीष वचन में भीलवाड़ा को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं दी कि आप लोगों ने वाकई में आज इतिहास बनाया है और आपकी श्रद्धा को आपकी भक्ति को आपके प्रेम को हम नमन करते हैं

इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में सिंधु संस्कार समिति बापू नगर भीलवाड़ा के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा