मेरे सर पर रख दो अपना हाथ सांई देना हो तो दीजिए जनम-जनम का साथ…अनील पंजवानी🎤

बिलासपुर/ चक्करभाटा:-
श्री झूलेलाल चालिहा महोत्सव के 20 वें दिन धूनी का आयोजन मोटवानी परिवार के द्वारा किया गया कार्यक्रम की शुरुआत रात्रि 10:00 बजे भगवान झूलेलाल बाबा गुरमुख दास जी के छाया चित्र पर पुष्प अर्पण कर आरती करके की गई इस अवसर पर अनिल पंजवानी एवं गौरव के द्वारा भक्ति भरे एक से बढ़कर एक भजनों की शानदार प्रस्तुति दी रवि रूपवानी वरुण एवं ओम के द्वारा भी भक्ति भर भजनों की प्रस्तुति दी जिसे सुनकर भक्तजन झूम उठे, समाज सेवीका सपना कलवानी एवं बरखा भाभी मां के द्वारा भी भक्ति भजनों की प्रस्तुति दी जिसे सुनकर भक्तजन भाव विभोर हो गए,
नगर के


समाज सेवी डॉक्टर रमेश कलवानी के द्वारा लोगों को हस्या भी वह मोटिवेशन भी किया उन्होंने बताया कि मां का दर्जा तो सबसे ऊपर है और मां के ऊपर कई भजन व गीत भी बने हैं और मां की महिमा हर कोई बताता है अच्छी बात है पर इसमें पिता का महत्व कभी कम नहीं होता माता और पिता दोनों सिक्के के दो पहलू हैं सिक्का एक तरफ़ घुमाओगे तो मां दूसरी तरफ घुमाओगे तो पिता इन दोनों के बिना सिक्के का वजूद नहीं है इस तरह बिना माता-पिता के औलाद का भी कोई वजूद नहीं है जितना माता का महत्व है उतना ही पिता का भी महत्व है एक प्रसंग के माध्यम से उन्होंने लोगों को पिता का महत्व के बारे में बताया कि किस तरह पिता आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के बाद भी कभी भी अपने बेटे को दुखी नहीं देख सकता कैसे भी कर के उसकी हर इच्छा पूरी करता है पर एक बार बेटे ने उसे कहा कि उसको नई बाइक चाहिए क्योंकि हर मित्र कॉलेज में नई बाइक पर आते हैं और मैं 🚴साइकिल में जाता हूं पिता ने कहा बेटा अभी कुछ समय रुक जाओ स्थिति ठीक नहीं है जब ठीक हो जाएगी तो बाइक लेकर दूंगा पर बेटा नहीं माना पर हर बार आप ऐसे ही करते हो

पिताजी दूसरे दिन बेटा घर छोड़कर जाने लगा जब देखा कि पिता का 👝पर्स पड़ा है और उठा कर चला गया रास्ते में सोचा कि कुछ नाश्ता कर लूँ जब पर्स खोल तो देखा ₹100 थे बाकी कागज कि गाड़ियां थी जब उन्होंने कागज निकाले देखे तो कई सारे बिल थे जो उसे कर्ज चुकाना था नहीं पटा पाया था और एक पेपर की कटिंग थी जीसमें लिखा था की पुरानी 🛵 आकर दीजिए और उसके बदले में 🏍️नई गाड़ियां आसान किस्तों में ले जाए उस बेटे गोविंद की आंखें खुल गई कि मेरे पिताजी कितने परेशान है और मैं उसे और परेशान कर रहा था वह तुरंत आधे रास्ते से ही घर पहुंचा तो घर में न पीता मिले ना माता मिली वह बहुत हैरान हो गया और परेशान हो गया फिर वह उसे याद आया कि कहीं मेरे पिताजी अपने पुराने स्कूटर लेकर मोटरसाइकिल के शोरूम में गए होंगे तो जल्दी से उस शोरूम में पहुंचा और देखा तो उसके पिताजी शोरूम के मैनेजर से बात कर रहे हैं यह 🛵स्कूटर रख लो और🏍️ नई गाड़ी दे दो मेरे बेटे के लिए तुरंत गोविंद पहुंच पिता के पांव में गिर गया और माफी मांगने लगा और कहा पिताजी मुझे

नई 🏍️ गाड़ी नहीं चाहिए मैं पुरानी 🚲साइकिल से ही कॉलेज जाऊंगा और पढ़ाई पूरी करके नौकरी प्राप्त करके अपने पैसे से नहीं गाड़ी खरीद लूगां और आपके लिए भी नई 🛵गाड़ी लेकर दूंगा आपने इतना मुझे बचपन से पाल पोषकर बड़ा किया है पढ़ाया है यही मेरे लिए बहुत काफी है पिताजी अब मैं आपको और दुखी परेशान करना नहीं चाहता हूं चलिए घर चलिए कार्यक्रम के आखिर में मोटवानी फैमिली के द्वारा संत सांई लालदास जी का स्वागत सम्मान किया गया सांई के द्वारा भी मोटवानी फैमिली का सम्मान किया गया और भगवान झूलेलाल का छाया चित्र देकर आशीर्वाद दिया गया पल्लव पाया गया प्रसाद वितरण किया गया आज के इस पूरे कार्यक्रम का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया हजारों की संख्या में बैठे अपने अपने घरों में भक्त जनो ने आज के कार्यक्रम का आनंद लिया इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में बाबा गुरमुख दास सेवा समिति श्री झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा आज के इस पूरे कार्यक्रम कवर करने के लिए हमर संगवारी के प्रधान संपादक विजय दुसेजा विशेष रूप से चक्करभाटा में पहुँच कर कार्यक्रम को कवर किया