जैन साध्वियों ने अटल टनल को पैदल पार किया।

श्री निधी महाराज ठाणे 2 जो कि 30 मार्च को शिमला पहुंचे थे, वे शिमला से रिकांग पीओ की तरफ गए थे, वहां से वे 10 अप्रैल के बाद काजा की तरफ विहार कर गए थे। उस समय से बुद्ध पुर्णिमा तक काजा में विराजमान रहे। उसके बाद दुर्गम रास्तों से होते हुए आज 22 मई को उन्होंने अटल टनल को पार करने के लिए 4 घंटे तक इंतजार किया, क्योंकि पैदल की अनुमति नहीं दी जाती, गाड़ी में साध्वियों ने बैठने को मना किया। डीसी से विशेष अनुमति के बाद सुरक्षा कर्मी साथ भेजे गए, तथा उन्हें टनल पार करवाई गई। साध्वियों ने इस प्रकार एक प्रकार से रिकॉर्ड कायम करते हुए पौने दो घंटे में टनल पार कर ली। दोनों साध्वियों की जितनी अनुमोदना की जाए, कम है। वे प्रतिदिन 35 से 40 किलोमिटर का विहार कर पहुंचे