संस्कार निर्माण के लिए गीता श्लोक अर्थ सहित सिखाएं

जीवन का नाम है जीवन जीना मरना तो अनिवार्य है –बी के गायत्री

बिलासपुर :- राजकिशोर नगर–ब्रह्माकुमारीज़ शिव अनुराग भवन में बाल संस्कार शिविर के दूसरे सत्र की शुरुआत ओम ध्वनि से ‌की गयी l सामान्य योग अभ्यास प्रोटोकॉल ‌ के साथ यौगिक जॉगिंग का अभ्यास कराया गया। हमारी आत्मा की तीन शक्ति मन बुद्धि,संस्कार है l मन में सुंदर विचार से ही बुद्धि स्वच्छ शुद्ध बनती है

l इसे ही परमात्मा की याद में अपने मन को टिकाना अति आवश्यक है l परमात्मा सर्वशक्तिमान है हम उनके बच्चे हैं उनके स्मृति से हम उनके जैसा बनते हैं l कहां भी जाता है दुख में सिमरन सब करे सुख में करे ना कोई जो सुख में सिमरन करें तो दुख काहे को हाेए। फिर बच्चों को टॉपिक दिया गया कि फोन से पढ़ना अच्छा या किताब से बच्चों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये ‌।

गीता अध्याय दो ‌ का श्लोक सुख और दुख में हमें सामान्य रहना चाहिए इस पर समझाया ‌‌l अंत में बच्चों को फल वितरण किया गया