चिनाब ब्रिज: देश को समर्पित एक विकसित विज्ञान तकनीकी ।।


सेंधवा: दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज पर आज देश प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा तिरंगा लहरा आमजन के लिए चालू कर दिया गया। चिनाब ब्रिज उत्तर भारत के कश्मीर के बारामुला श्रीनगर उधमपुर रेलवे का एक हिस्सा है। यह कश्मीर घाटी में बहने वाले चिनाब नदी के ऊपर बनाया गया है। चिनाब नदी को चंद्रभागा भी कहा जाता है। चिनाब ब्रिज दुनिया में अपनी तरह का सबसे ऊंचा और सबसे लंबा रेलवे पुल है ।उक्त पुल की माप प्रभावशील है। चिनाब ब्रिज को नदी के सतह से 320 मीटर ऊपर की सतह पर निर्मित किया गया है। उक्त ब्रिज में टेकला स्ट्रक्चर चालू परियोजना सॉफ्टवेयर के आधारित पर अस्थाई केबल और एंकरिंग टावर बिल्डिंग इनफॉरमेशन मॉडलिंग का उपयोग करके डिजाइन किए गए हैं। यह ब्रिज टेक्ला स्ट्रक्चर कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन के सहयोग से जिसके मुख्य डिजाइनर डीएसपी फिनलैंड है। चिनाब ब्रिज का मुख्य मेहराब 469 मीटर तक फैला हुआ है ,दोनों पटरियों के बीच डेक 13.5 मीटर चौड़ा है। ब्रिज की नींव 40 मीटर ऊंची और 50 मीटर चौड़ी है। ब्रिज के खंभे और मेहराब मजबूत स्टील के ट्रस् से बने हुए हैं। नींव और अप्रोच खंबे कंक्रीट के बने हुए हैं ।चिनाब ब्रिज प्रोजेक्ट को पूरा होने में लगभग 22 वर्ष का समय लग गया है।चुनाव ब्रिज की कुल लंबाई 272 किलोमीटर है जिसमें 36 सुरंगे बनाई गई है। इस ब्रिज की कुल लागत 1486 करोड रुपए है। चिनाब ब्रिज के ट्रैक पर 343 पुल है। जिसकी कुल लंबाई 13 किलोमीटर है। इसमें 12.77 किलोमीटर लंबी टी 49 टनल देश की सबसे लंबी ट्रांसपोर्ट टनल है। विकसित भारत और विज्ञान की विकसित तकनीकी का मॉडल दुनिया के सामने आज से आमजन के लिए शुरू हो जाएगा।
चिनाब ब्रिज की कुल ऊंचाई 369 मीटर है जो एफिल टावर से 35 मीटर ऊंचा है ।2003 से चिनाब ब्रिज की परियोजनाओं को मंजूरी मिली थी और 2005 से चिनाब ब्रिज का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ था यह पहली बार होगा कि लोग कन्याकुमारी से कश्मीर तक सीधे जा सकेंगे। सीआरपीएफ द्वारा चिनाब ब्रिज की सुरक्षा में 24 घंटे कमांडो के जवान तैनात रहेंगे जो अत्याधुनिक हथियारों और आधुनिक तकनीक से लैस रहेंगे । चिनाब ब्रिज भूकंप और तेज हवाओं से भी सुरक्षित रहेगा। भारत ने आज नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है ।यह बुलंद भारत का एक अद्भुत नजारा है । चिनाब ब्रिज भारत की विज्ञान तकनीकी और इच्छा शक्ति का परिणाम है।
डॉ विजय पाटिल
सेंधवा जिला बड़वानी,मप्र