तिल्दा नेवरा शहर में बेलगाम अवैध शराब कारोबार: पुलिस की चुप्पी से बढ़ रहा अपराध,नाबालिक भी है चपेट मे

तिल्दा नेवरा, छत्तीसगढ़:
शहर में अवैध शराब कारोबार बेलगाम होता जा रहा है। गली-गली में खुलेआम नशे का सामान बिक रहा है, और इस गोरखधंधे की चपेट में अब नाबालिग भी आने लगे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इस पूरे मामले पर पुलिस की रहस्यमयी चुप्पी बनी हुई है, जिससे अपराधियों के हौसले और बुलंद हो रहे हैं।

स्थानीय लोगों के मुताबिक, अवैध शराब की बिक्री अब एक आम बात हो चुकी है। मोहल्लों में छोटे-छोटे ठिकानों पर शराब बेची जा रही है, और कई जगहों पर तो यह धंधा खुलेआम दिन-दहाड़े चलता है। इस धंधे में किशोरों की भागीदारी भी देखी जा रही है, जो न सिर्फ ग्राहक हैं, बल्कि कई मामलों में सप्लायर भी बन चुके हैं।

प्रशासन की निष्क्रियता सवालों के घेरे में
पुलिस प्रशासन इस पर कोई ठोस कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा। लोगों का कहना है कि कुछ अधिकारियों की मिलीभगत के चलते यह कारोबार फल-फूल रहा है। कई बार शिकायतों के बावजूद भी कार्यवाही नहीं होती, जिससे आम जनता में असुरक्षा का माहौल बनता जा रहा है।

समाज पर गहरा असर
शहर के सामाजिक ताने-बाने पर भी इसका असर पड़ रहा है। युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में फंसती जा रही है, जिससे अपराध दर में भी इजाफा देखा जा रहा है। चोरी, झगड़े और घरेलू हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं।

क्या चाहिए अब?

स्थानीय प्रशासन को अविलंब सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।

गुप्त निगरानी और नियमित छापेमारी से इस अवैध कारोबार पर लगाम लगाई जा सकती है।

साथ ही, नशा मुक्ति और जन-जागरूकता अभियान चलाकर समाज को इससे बाहर लाने की पहल जरूरी है।

अगर पुलिस और प्रशासन समय रहते नहीं जागे, तो यह संकट और भी भयावह रूप ले सकता है।

जनता अब सवाल पूछ रही है – आखिर कब तक यह चुप्पी चलेगी?