बिलासपुर :- बाबा आनंद राम दरबार:में श्री पापाकुंशा एकादशी भक्तिमय रूप में मनाई गई
सेवादार बाबा आनंद राम दरबार:
जैसा कि नाम से ही अर्थ है इस एकादशी के पालन से बड़े से बड़े पाप नाश हो जाते है,,,
श्री बलराम भैया जी ने राधा नाम से सत्संग शुरू किया फिर श्रीमद भागवत कथा का अमृत एवं श्रीमद भगवद गीता का ज्ञान बताया
सेवादार बाबा आनंद राम दरबार: दरबार के सेवादारी भाई दिलीप पंजवानी ने एकादशी का महत्व बताया,,,
सेवादार बाबा आनंद राम दरबार:
श्री बलराम भैया जी ने एक अद्भुत कथा बताई जिसमें एक महारानी ने एक मछुआरन को अपना पलंग दिया सोने के लिए पर उसे नींद नहीं आई क्योंकि उस कमरे में उसे मछली की खुशबू नहीं आई हम कितने आदि हो चुके है संसारी पदार्थ से,,,
सेवादार बाबा आनंद राम दरबार: श्री गोविंद भैया ने भी भजन की सेवा की



सेवादार बाबा आनंद राम दरबार: भगवान के भरोसे की कथा भक्त सोझा जी की कथा,,,जिन्होंने भक्ति के लिए अपने नवजात शिशु को भी जंगल में छोड़ दिया,,, उसी बालक को राजा ने युवराज बनाया
सेवादार बाबा आनंद राम दरबार: एकादशी तिथि पर अनाज का त्याग करना चाहिए
सेवादार बाबा आनंद राम दरबार: चकरभाठा में 5 साल के छोटे बच्चे भी एकादशी उपवास करते है
सेवादार बाबा आनंद राम दरबार: श्री बलराम भैया जी ने भजन गाया जिसका नाम था वो फूल न अब तक चुन पाया जो फूल चढ़ाने है तुझ पर,
कार्यक्रम के आखिर में आरती की गई आरदास की गई प्रसाद वितरण किया गया
आज के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में बाबा आनंद राम दरबार के सभी सेवादारो का विशेष सहयोग रहा