बिलासपुर/चक्करभाटा :- श्री सिंधु अमर धाम आश्रम झूलेलाल मंदिर चक्कर भाटा में स्थित मंदिर का 49 वां स्थापना दिवस 2 दिन बड़े ही हर्षो उल्लास एवं श्रद्धा पूर्वक भक्तों के द्वारा संतलाल सांई दास जी के सानिध्य में मनाया गया इस दो दिनों में देवपुरी दरबार से दादी मीरा देवी नागपुर के संत सांई दामोदर दास जी विशेष रूप से मंदिर में पहुंचकर भक्तों को अपने रूहानी दर्शन देकर सत्संग की अमृत वर्षा से निहाल किया कई नेता अभिनेता भी पहुंचे इस मंदिर में ओर कार्यक्रम शामिल हुए 12 से 2:00 बजे कटनी से आकाश म्यूजिकल पार्टी के द्वारा भक्ति मय कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई एवं संध्या 5 से 7 फिर से कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जीसमें कई भक्ति भरे भजन व गीत गाए जिसे सुनकर भक्तजन भाव विभोर हो गए रात्रि 7:30 बजे पूज्य बहराणा साहब की अखंड ज्योत प्रजवलित करके आरती की गई अब उस घड़ी का इंतजार समाप्त हुआ जिस घड़ी का इंतजार सबको था संत सांई लाल दास जी के अमृत वचनों का रसपान करने का सांई जी ने अपने अमृतवाणी में भक्तों को दीपावली की गोवर्धन पूजा की और दो दिवसीय मंदिर स्थापना दिवस की बधाइयां और शुभकामनाएं दी


उन्होंने कहा कि आज से 49 वर्ष पूर्व बाबा गुरमुख दास साहेब जी के द्वारा भगवान झूलेलाल जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करके छोटे से मंदिर की स्थापना की 24 साल तक उन्होंने मंदिर की सेवा की दीन दुखियों की सेवा की 24 साल के बाद वह ब्रह्मलीन हुए और विगत 25 सालों से इस दास को इस मंदिर की सेवा करने का अवसर भक्तों के द्वारा दिया गया निरंतर यह सेवा जारी है कोई बदलाव नहीं आया है बदलाव इतना है कि पहले बाबा जी के समय मंदिर छोटा था अब मंदिर भंव रूप से पूर्ण निर्माण होकर बना है मंदिर वही है सिर्फ उसका आकार बदला है जैसे शरीर बदला है पर आत्मा और 💜❤दिल वही है इस मंदिर का भी आकर बदला है पर इसका हृदय और इसकी आत्मा वही है आज भी दीन दुखि यहाँ आते हैं वह खुश होकर जाते हैं सबकी मनोकामना पूरी होती है सच्चे मन से जो यहां पर आता है वह खाली कभी नहीं जाता है मंदिर के द्वारा कई धार्मिक व सामाजिक कार्य भी किए जाते हैं जैसे सामूहिक विवाह का आयोजन सामूहिक जनेऊ का आयोजन सामूहिक मुंडन का आयोजन एवं स्वास्थ्य शिवीर लगाया जाता है रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है ऐसे कई धार्मिक सांस्कृतिक सामाजिक और लोगों के उद्धार के लिए मंदिर के द्वारा कार्यक्रम मंदिर में चलते रहते हैं इस मंदिर में कई ऐसे कलाकार भी आए जिन्होंने अपनी निस्वार्थ भाव से सेवा दी और उसके बाद दिन-धूनी रात चौगुनी उन्होंने तरक्की की जो सेवा भाव से इस मंदिर में झुकता है वह आगे बढ़ता है जब आप बाल्टी कुएं में डालते हैं तो जब बाल्टी झुकती है तभी उसमें पानी भरता है अगर बाल्टी नहीं झुकेगी तो उसमें पानी नहीं भरेगा कहने का भाव यह है कि जब आप सच्चे मन से कोई भी सेवा करेंगे तो उसका फल आपको अच्छा ही मिलेगा अहंकार को खत्म करने के बाद ही भगवान की प्राप्ति होती है



अच्छे फल की प्राप्ति होती है और आज कल मोबाइल का सदुपयोग कम और दुरुपयोग ज्यादा हो रहा है विज्ञान कोई भी चीज का आविष्कार करता है तो वह जन भावना और जनहित के लिए करता है लेकिन कुछ लोग इसका दुरुपयोग करते हैं जिसका परिणाम अच्छा नहीं होता है तो हम यही कहना चाहेंगे सभी से जैसे बाजार में हर चीज आपको अवेलेबल मिलेगी अच्छी चीज भी बुरी चीज भी अब आपके ऊपर निर्भर करता है क्या आप बाजार से फल फ्रूट अनाज खरीद रहे हैं या नशे की चिज खरीद रहे हैं इस तरह संत महात्मा हर जगह सत्संग में यही उपदेश देते हैं कि सत्य के मार्ग पर चले धर्म की राह पर चले और अच्छे विचारों को ग्रहण करें जिससे आपका और सभी का भला होगा धर्मांतरण एक ऐसा धीमा जहर है जो धीरे-धीरे सर्व समाज को अंदर ही अंदर दीमक की तरह खोखला करता जा रहा है इसका इलाज होना बहुत जरूरी है और समय रहते ही हो जाए अगर नहीं हुआ तो यह उस देश को खा जाएगा सभी धर्मों का हम सम्मान करते हैं और सभी धर्म के गुरुओं को भी अपने-अपने धर्म में पूजा पाठ करना चाहिए और अपने लोगों को यह कहना चाहिए कि वह अपने धर्म का प्रचार करे अपने धर्म की को आगे बढ़ाए न कि किसी अन्य व्यक्ति को अपने धर्म में शामिल करें किसी भी भगवान ने नहीं कहा है कि आप किसी अन्य व्यक्ति को अपने धर्म में शामिल करें ऐसा करके वह खुद भी पाप कर रहे हैं और अन्य को भी पाप के भागीदार बना रहे हैं तो हम सबको यही कहना चाहेंगे

जो जिस धर्म में है वह उसी धर्म में रहकर अपने भगवान की अपने गुरु की पूजा अर्चना करें चद रूपये की लालच में आकर धर्म परिवर्तन करना और करवाना बहुत बड़ा पाप है यह सिर्फ आपका नहीं बल्कि आपके परिवार को भी सर्वनाश कर देगा तो ऐसा पाप ना करें जिससे आपका आपके परिवार को दुख तकलीफ हो पहले तलवार की नोक पर धर्म परिवर्तन कराया जाता था पर अब झूठे फेयर धोखा विश्वास घात और लव जिहाद करके धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है युवतियों को फसाया जा रहा है भोले भाले गरीब लोगों को लालच दिया जा रहा है इस लालच से और ऐसे झूठे प्रेम और भ्रम से सभी को बचना है और दूर रहना है अपना धर्म संनातन धर्म और सबसे सर्वश्रेष्ठ धर्म है अपने धर्म में रहकर ही जीना है और अपने धर्म में रहकर ही हमें मरना है कार्यक्रम के आखिर में पल्लो पाया गया प्रसाद वितरण किया गया आज के इस पूरे आयोजन का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया हजारों की संख्या में घर बैठे लोगों ने आज के कार्यक्रम का आनंद लिया इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में बाबा गुरमुख दास सेवा समिति व झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा