सात दिवसीय महान कीर्तन दरबार सजाया गया, 5 नवंबर होगा समापन

(तेरे बिना दिल ना लगे वाहेगुरु वाहेगुरु वाहेगुरु)

बिलासपुर :- जहराभाटा सिंधी कॉलोनी स्थित
धन गुरु नानक दरबार में गुरु नानक देव जी के 556 वां प्रकाश उत्सव पर्व के अवसर पर सात दिवसीय महान कीर्तन दरबार सजाया गया है यहां पर देश के अलग-अलग प्रदेशों के शहरों से कई रागी झट्टो के द्वारा अपनी अमृतवाणी से
गुरु वाणी गाकर वह साध संगत को निहाल कर रहे हैं , दिन में प्रमुख है नवसारी गुजरात से आए चंदू भाई साहब मध्य प्रदेश इंदौर से आए विकास भाई साहब महाराष्ट्र के कल्याण से आए मनोहर लाल भाई साहब जी के द्वारा


अपने अमृत वचनों में गुरु की भक्ति सिमरन कैसे करें इसके बारे में बता रहे हैं गुरु को पाना बड़ा आसान है उन लोगों के लिए जो सच्चे मन से गुरु को पाने की इच्छा रखते हैं और गुरु के बताए हुए मार्ग पर चलते हैं वह गुरु को बहुत जल्द पा सकते हैं और जिन लोगों ने यह कार्य किया है उन्होंने गुरु को पाया भी है आत्मा का परमात्मा का मिलन गुरु के माध्यम से ही होता है और हम बड़े भाग्यशाली हैं की गुरु की छत्र छाया में बैठे हैं और सत्संग कीर्तन का आनंद ले रहे हैं सत्संग के बाद गुरु का अटूट लंगर वरताया जाता है उसको हम ग्रहण कर रहे हैं शरीर के साथ-साथ आत्मा भी तृप्त हो रही है ऐसे गुरु पर मैं बली बली जाऊं और बड़े खुशी की बात है की इन सात दिवसीय महान कीर्तन दरबार में लोग पहुंचकर हाजिरी लगाकर अपने जीवन को सफल बना रहे हैं

और 5 तारीख को हम गुरु का प्रकाश उत्सव मना रहे हैं इस पावन घड़ी में आप सभी साध संगत खुद तो आएंगे कल लेकिन साथ में अपने आस-पड़ोस वाले को वह सह परिवार साथ में आएं ताकि उन्हें भी गुरु घर हाजिरी लगाकर पुण्य की प्राप्ति हो ,
गुरु का अटूट लंगर प्रसाद ग्रहण करके अपने शरीर आत्मा को अभी तृप्ति बनाएं सत्संग
के आखिर में भाई साहब मूलचंद नारवानी जी के द्वारा विश्व कल्याण के लिए अरदास की, संतसग
समापन के प्रचात, प्रसाद वितरण किया गया सभी संगत के लिए गुरु का अटूट अलंकार वरताया गया बड़ी संख्या में संगत ने


गुरु का लंगर चखा आज के इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में धन गुरु नानक दरबार के सभी सेवादारियों का विशेष सहयोग रहा