(सुंदरकांड का आयोजन श्री झूलेलाल मंदिर चक्करभाटा में किया गया बड़ी संख्या में भक्त जन हुए शामिल)
बिलासपुर/ चक्करभाटा :- श्री झूलेलाल चालिहा महोत्सव के पावन अवसर पर श्री सिंधु अमर धाम आश्रम झूलेलाल नगर चक्करभाटा में सुंदरकांड के पाठ का आयोजन किया गया कार्यक्रम कि शुरूवात रात्रि 10:00 बजे
भगवान झूलेलाल
बाबा गुरमुख दास जी के फोटो पर पुष्प अर्पण कर आरती करके की गई इस अवसर पर राजनांदगांव के मशहूर पाठ पाठकर्ता गणेश मिश्रा
(ताल छापर वाले जी) के द्वारा सुंदरकांड का पाठ किया गया अपनी भजन मंडली के साथ विशेष रूप से चालिहा महोत्सव के अवसर पर चक्करभाटा पहुंचे उन्होंने अपनी मधुर आवाज में अपनी अमृतवाणी में सुंदर कांड का जिस तरह वर्णन किया उसे सुनकर ऐसा लगा कि साक्षात – साक्षात , हम त्रेतायुग में पहुंच गए हैं और सारी घटनाएं हमारे आंखों के सामने घट रही हैं

अभी तक कई लोगों ने सुंदरकांड का पाठ किया होगा लेकिन पाठ करना और पाठ का एक-एक श्लोक का वर्णन करना उसे सरल भाषा में समझाना बताना यह वाक्यी में काबिले तारीफ है उन्होंने सुंदर कांड का अर्थ क्या है सरल शब्दों में व्याख्या करके बताया की जो इस जीवन में अच्छा कार्य करें वही सुंदरकांड है मतलब हनुमान जी का लंका जाना लंका में जो घटनाएं घटी और जो हमारे इस जीवन में घटनाएं घट रही है वही सुंदरकांड का वर्णन उन्होंने बताया हर इंसान के अंदर में भगवान वास करता है पर उसे भगवान को कैसे पाना है यह सुंदरकांड के माध्यम से उन्होंने बताया की हनुमान जी एक बंदर थे उसके बाद भी उन्होंने भगवान श्री राम को पा लिया और हम तो इंसान हैं फिर भी हमने प्रभु को नहीं पाया है भगवान के दर्शन नहीं कर पाए क्योंकि हमारे अंदर कई ऐसी गंदगी है जिसके कारण हमारा मन साफ नहीं है जब कोई मेहमान आता है तो हम घर की साफ सफाई करते हैं ताकि मेहमान खुश हो जाए पर जब आप भगवान को पाना चाहते हैं तो अपने अंदर मन की साफ सफाई क्यों नहीं करते हो जब तक मन की साफ सफाई नहीं होगी तब तक भगवान को आप नहीं पा सकते


एक भक्ति वाला गीत बहुत प्रसिद्ध हुआ मेरी झोपड़ी के भाग्य खोल गए राम आज आएंगे तो वह झोपड़ी कोई आपका घर नहीं बालकी वो झोपड़ी आपका मन है और उस मन को जब आप सफा करेंगे तभी राम आएंगे जैसे शबरी के झोपड़ी में राम आए थे तो शबरी ने झोपड़ी को सजाया था साथ-साथ अपने मन के अंदर की झोपड़ी को सजाया था और सफा किया था तभी राम आए थे जिस दिन आप भी अपने मन के अंदर झोपड़ी को साफ सफाई करेंगे तो राम भी आएंगे कृष्णा भी आएंगे और हनुमान तो आपके साथ-साथ रहेंगे सुंदरकांड को अगर आप बारीकी से पढ़ेंगे समझेंगे तो आपके पूरे जीवन का सार नजर आएगा कि जीवन को किस तरह हम सवारे संभाले वह उसे चलाएं मोह माया की जाल में फंस कर आप अपने इस मनुष्य जीवन को व्यर्थ खत्म कर रहे हैं बर्बाद कर रहे हैं देवी देवता भगवान भी तरसते हैं इस पृथ्वी लोक पर जन्म लेने के लिए और आपको मानव जन्म मिला है तो आप ऐसे यूं ही गवा रहे हैं सुंदरकांड सिर्फ एक वाक्य नहीं है हनुमान जी की बल्कि जीवन का सार है इसे जब आप अपने अंदर उतार लेंगे तो आपको साक्षात्कार राम जी के दर्शन हो जाएंगे अपनी मधुर आवाज में कई भक्ति भरे भजन गाए साथ में राधिका जी के द्वारा भी एक से बढ़कर एक भक्ति भरे भजनों की शानदार प्रस्तुति दि

जिसे सुनकर भक्तजन झूम उठे कार्यक्रम के आखिर में पल्लो पाया गया प्रसाद वितरण किया गया संत श्री लाल दास जी के द्वारा गणेश मिश्रा जी व राधिका का सम्मान किया गया बाबा गुरमुख दास सेवा समिति के द्वारा उनका स्वागत किया गया आज की झूलेलाल धूनी का आयोजन मंगतानी फैमिली के द्वारा किया गया और उन्होंने भी सांई जी का स्वागत व सम्मान किया सांई जी ने भी मंगतानी फैमिली को आशीर्वाद दिया और सम्मान किया इस पूरे कार्यक्रम का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया हजारों की संख्या में घर बैठे आज के कार्यक्रम का लोगों ने आनंद लिया इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में बाबा गुरमुख दास सेवा समिति श्री झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा आज के इस प्रोग्राम को कवर करने के लिए हमर संगवारी प्रधान संपादक विजय दुसेजा विशेष रूप से चक्करभाटा पहुंचे ओर कार्यक्रम को कवर किया और संत जी से आशीर्वाद प्राप्त किया