आप पार्टी के बैनर तले घरों को तोड़े जाने और बस्ती को उजाड़ने का विरोध बड़े स्तर पर लगातार मोहल्ले वासियों के द्वारा किया जा रहा है।

बिलासपुर : बीते 3 वर्षो से बिलासपुर के वार्ड 25 के 4 से 5 मोहल्ले के घरों को तोड़े जाने और बस्ती को उजाड़ने का विरोध बड़े स्तर पर लगातार मोहल्ले वासियों के द्वारा किया जा रहा है उसके बावजूद भी वर्तमान की सरकार पूर्व में किये गये बस्ती को बचाने के वायदे भूल चुकी है और लगातार गरीब, दलित बस्तियों को तोड़ने पर अमादा है। बस्ती के संदर्भ में बताना चाहेंगे कि उक्त बस्ती में कई वर्षो से लोग निवासरत है और यह बस्ती आशा अभियान चलाकर हर्ष मंदर साहब जब कमिश्नर हुआ करते थे तो उनके नेतृत्व में उस समय की दिग्वजय सिंह की सरकार द्वारा यह कहते हुए बसाया गया था कि कोई भी अब किरायेदार नहीं होगा जो जहां रहता है अब वहीं उसका मालिक होगा किसी की धौस घपट नहीं किसी की दादागीरी नहीं यह कहते हुए उस समय की कांग्रेस वाली दिरविजय सिंह की सरकार अभियान चलाकर सबको बसाया गया इसके संबंध में बस्ती के लोगो ने श्रमदान देकर व कुछ 675 /- रूपये वार्षिक दर का शुल्क पटाकर बसे व बसाये गये थे किन्तु जब पूर्व की रमन सरकार में बस्ती को तोड़े जाने का नोटिस आया तब वर्तमान में कांग्रेस ने नेताओ ने बस्ती में जाकर बड़े-बड़े बैठक एवं वादे किये एवं बस्ती के लोगों को डराते हुए बोला कि यदि बी.जे.पी. को जिताओगे तो तुम्हारे घर टुटेंगे इसलिये कांग्रेस को वोट दो हम तुम्हारे इस बस्ती को बचायेंगे।

वर्तमान में स्वयं कांग्रेस की सरकार किये गये वादे को गोल-मोल कर बी.जे.पी. के ही नीति को आगे बढ़ाने का कार्य करते हुए बस्ती को तोड़ना चाहते है और लोगो को शहर से कहीं और दूर फेंक देना चाहते है ऐसे में बस्ती में रहने वाले मजदूर तबके के लोग की आजीविका लगातार प्रभावित होने वाली है। कांग्रेस सरकार किये गये वादा खिलाफी के विरूद्ध बस्ती में लगातार संघर्ष जारी है और एकतरफा मांग यही है कि बस्ती के लोगो को कहीं और ना भेजा जाय जहां पर घर है वहीं पर बसे रहने दिया जाये। इसके अलावा बस्ती के लोग यह चाहते है कि यदि सरकार को वाकई में बस्ती के लोगों के भलाई करने की नियत है तो बस्ती के लोगो को उनके खाते में पैसे दे दिये जावे या फिर स्वयं सरकार वहीं पर मकान बनावे नहीं की कहीं और विस्थापित किया जावे। कांग्रेस की ये सरकार के लोगो को बस्ती वालो के तरफ से विभिन्न मांगो को लेरक बारंबार मांग पत्र भी सौंपे गये और मोहल्ला कमेटी के तरफ से नेताओ को आमंत्रित कर मोहल्ला सभा भी की गई किन्तु आज तक सरकार के कान में जू तक नहीं रेंग और लगातार गरीब, दलित, पिछड़ा मुस्लिम वर्ग के लोगो को उनकी जड़ो से उजड़ने का लगे हुए है। ये पूरा कृत्य पूरी तरह से गरीब, दलित, पिछड़ा विरोधी और बिलासपुर के समस्त बस्ती को उजाड़ने के बजाय उन बस्तियो को पक्का कर वहीं पर बसे रहने देने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ की तरफ से लगातार 3 वर्षो के संघर्षो में साथ दिया गया व आगे भी दिया जावेगा ऐसे में आम आदमी पार्टी यह मांग करती है कि यदि सरकार बस्ती के लोगो की मांगो को नहीं मानती तो आगामी कुछ दिनो में एक बड़ा प्रदर्शन, धरना किया जाना तय हुआ है, जिसमें आज आप मिडिया साथियो के माध्यम से हम पूरे जिले व प्रदेश के आम जनता से अपील करते है कि उक्त मांगो का एकजुट होकर लोगो को घरो से बेदखली से रोकने के लिये एकजुट होवे ।

आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका शुक्ला, बिलासपुर लोकसभा प्रभारी सुरेश दिवाकर सहित ने कहा आम आदमी पार्टी के नेतागण ने कांग्रेस पार्टी को गरीब, दलित, पिछड़ो, मुस्लिम विरोधी बताया और कहा कि हम ऐसी गरीब, दलित, पिछड़ो, मुस्लिम विरोधी सरकार का पुरजोर विरोध करते है और चेतावनी देते है कि बिलासपुर के समस्त बस्तियो में यदि सरकार की दादागीरी बंद नहीं होती तो इसका अंजाम ठीक नहीं होगा और यदि ऐसी अप्रिय परिस्थितियां कुछ बनती है तो इसकी समस्त जिम्मेदारी बिलासपुर जिले के विधायक, सांसद, पार्षद, मेयर सहित छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल व उनकी कांग्रेस सरकार होगी।

आम आदमी पार्टी की तरफ से प्रेसवार्ता में बस्ती के लोगो के साथ पूर्व प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका शुक्ला, पूर्व कोषाध्यक्ष जसबीर सिंह, बिलासपुर लोकसभा प्रभारी सुरेश दिवाकर, जिलाध्यक्ष गोपाल यादव, जिला सचिव संतोष मेश्राम, अमीरन, संतोष बंजारे शामिल है।