बिलासपुर : अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस मजदूर दिवस के अवसर पर विधिक साक्षरता अभियान का आयोजन किया गया जिसके यहां विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के पैरा लीगल वॉलिंटियर व एड सेंटर 2.0 निः शुल्क सहायता केंद्र के द्वारा कोन्हेर गार्डन के समीप आमजन लोगों से मिलकर श्रमिक कानून व उनके अधिकारों की जानकारी दी गई ।इसके साथ ही लोगों को निशुल्क विधिक पत्रिका का वितरण किया गया और वहा बताया गया मजदूर का मतलब हमेशा गरीब से नहीं होता हैं, मजदूर वह ईकाई हैं, जो हर सफलता का अभिन्न अंग हैं, फिर चाहे वो ईंट गारे में सना इन्सान हो या ऑफिस की फाइल्स के बोझ तले दबा एक कर्मचारी. हर वो इन्सान जो किसी संस्था के लिए काम करता हैं और बदले में पैसे लेता हैं, वो मजदूर हैं।
हमारे समाज में मजदूर वर्ग को हमेशा गरीब इन्सान समझा जाता है, धुप में मजदूरी करने वालों को ही हम मजदूर समझते है. इसके विपरीत मजदूर समाज वह अभिन्न अंग है, जो समाज को मजबूत व् परिपक्व बनाता है, समाज को सफलता की ओर ले जाता है. मजदूर वर्ग में वे सभी लोग आते है, जो किसी संस्था या निजी तौर पर किसी के लिए काम करते है और बदले में मेहनतामा लेते है. शारीरिक व् मानसिक रूप से मेहनत करने वाला हर इन्सान मजदूर है, फिर चाहे वह ईट सीमेंट से सना इन्सान हो या एसी ऑफिस में फाइल के बोझ तले बैठा एक कर्मचारी. इन्ही सब मजदूर, श्रमिक को सम्मान देने के लिए मजदूर दिवस मनाया जाता है. इस अभियान को सफल बनाने में विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के पैरा लीगल वॉलिंटियर महेंद्र गुप्ता व एड सेंटर 2.0 (निः शुल्क सहायता केंद्र के सदस्य पूनम सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
