विश्व तंबाकू दिवस के अवसर पर ब्रह्मकुमारी बहनों के द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए प्रदर्शनी लगाई गई।

उस्लापुर/बिलासपुर : ब्रह्माकुमारी के ओम शांति सरोवर उसलापुर सेवा केंद्र के द्वारा ‘सर्वमंगला भारत पेट्रोल पंप, उसलापुर ‘ में “विश्व तंबाकू निषेध दिवस” एवं जिला पुलिस द्वारा ” निजात अभियान” के तहत नशा मुक्ति प्रदर्शनी लगाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के द्वारा की गई जिसमें माननीय भ्राता पीएन साहू जी (सकरी थाना प्रभारी) एवं अन्य पुलिस अधिकारी तथा बीके छाया दीदी (ब्रम्हाकुमारी उसलापुर मुख्य संचालिका), बीके सरिता बहन, बीके अनामिका बहन आदि के द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया । सकरी पुलिस थाना प्रभारी। माननीय भ्राता। पीएन साहू जी ने। सभी लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि। नशा करने से व्यक्ति का पैसा भी बर्बाद हो जाता है। और फिर घर में भी आकर बहुत अशांति फैलाता है। दीदी बच्चों को मारता है। ऐसी कई केस हमारे पास थाने में आते रहते हैं। बेसन के कारण व्यक्ति अपने घर को नर्क बना देता है। यह व्यसन छोड़कर अब हम। अपने जीवन को। सही मार्ग पर लेकर आए। दुनिया में जितने भी अपराध होते हैं व्यसनों के कारण ही ज्यादा हो रहे हैं, अगर व्यसन को छोड़ दिया जाए तो यह अपराधों की बढ़ोतरी नहीं होगी। नशे की हालत में गाड़ी आदि चलाने से भी कितने एक्सीडेंट होते हैं। और कितने लोगों की जान चली जाती है। अपना भी नुकसान करते, दूसरों का नुकसान करते हैं। आज से हम प्रतीज्ञा करें इन व्यसनों को, हम अपने जीवन से निकाल कर देंगे।

ब्रम्हाकुमारी छाया दीदी ने बताया कि नशा जीवन का नाश करने वाला है। व्यक्ति आज गलत संगत में या आजकल की फैशन की दौड़ में आता, नशे का शिकार बन जाता है। जीवन में दुख परिस्थिति ज्यादा होती है व्यक्ति उसे भूलने के लिए भी नशे का सेवन करने लग जाता। नशे से कोई समस्या का समाधान नहीं होता। नशा करने से और ही समस्याएं बढ़ने लगती है। शारीरिक, मानसिक, पारिवारिक आर्थिक समस्याएं और भी ज्यादा बढ़ जाती है। और।घर नर्क बन जाता है। नशा करने की आदत से मुक्त होने के लिए अपने आत्मिक शक्ति को बढ़ाने की आवश्यकता है। जो नशा मुक्त बनना चाहता है, तो कहां जाता है जहां चाह वहां राह है। जब हम हिम्मत का एक कदम बढ़ाते हैं तो हमें ईश्वरी मदद भी प्राप्त होती है। नशा छोड़ने के लिए हम धीरे-धीरे नशे के सेवन को कम करते जाएं। इसकी जगह कुछ अच्छी आदतें डाले, इसके लिए हम योगासन, प्राणायाम करें, आध्यात्मिक ज्ञान सुने और मैडिटेशन का अभ्यास रोज करें। इससे हमारी मानसिक शक्तियां जागृत होती हैं। स्वयं को कंट्रोल करने की क्षमता बढ़ती जाती है। और हम स्वयं को व्यसन मुक्त कर सकते हैं। ऐसी संगत से दूर रहे हैं जो हमें नशे के दलदल में ले जाने वाले है। यह भारत भूमि देव भूमि के रूप में कही जाती रही है पर आज का मनुष्य इन व्यसनों के कारण दानव के समान बन गया हैं। क्योंकि “जैसा अन्न वैसा मन जैसी पानी वैसी वाणी, जैसा संग वैसा रंग” यह कहावत हमारे भारत में प्रसिद्ध है। यदि व्यक्ति इस बात पर भी ध्यान रख कर शुद्ध खानपान करें, अच्छा संग करें, तो उसके जीवन में बहुत ही जल्दी परिवर्तन आ सकता है। अब हमें अपने अंदर के देवत्व को जागृत करने के लिए व्यसन मुक्त बनना है। तंबाकू एक धीमा जहर है। जिससे कई प्रकार के कैंसर जैसे फेफड़ों का कैंसर, मुख का कैंसर, लीवर का कैंसर अन्य कई बीमारियां बढ़ती जाती है। आज हम सारे विश्व में तंबाकू निषेध दिवस मना रहे हैं। दीदी ने कहा कि आज प्रतिज्ञा करें कि आज से ही हम व्यसनों से मुक्त रहेंगे और दूसरों को भी मुक्त करने की प्रेरणा देंगे. अंत में सभी ने प्रतिज्ञा भी की हम अच्छे कार्यों में व्यस्त रहेंगे, व्यसनमुक्त रहेंगे।