भारत गौरव रत्न श्री सम्मान डॉ विजय कुमार को मिला।

दिल्ली : डाॅ गुंडाल विजय कुमार को दिल्ली में भव्य समारोह में भारत गौरव रत्न श्री और वराल्ड पीस अम्बेसडर सम्मान से पुरस्कृत किया गया। यह सम्मान वर्ल्ड ह्यूमन राइट्स पोटेक्शन कमीशन ने प्रदान किया है।अहिंदी भाषा प्रान्त में हिंदी प्रचार के लिए यह पुरस्कार डॉ गुंडाल विजय कुमार को मिला है। वर्डल ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन कमीशन वालों ने ये पुरस्कर दिया है। सरकार के कुछ महान लोगों ने इस अवसर पर उपस्थिति दर्ज कराई है व उड़ीसा रेल हादसे की वजह से कुछ अतिथि नहीं आ पाये। दक्षिण भारत में कम से कम 5000 हजार छात्रों को विजय कुमार हैदराबाद तेलंगाना ने हिंदी सिखाया है। हिंदी प्रचार का कार्य लगबग 15 साल से कर रहे है। गुरु संगम त्रिपाठी जी की प्रेरणा से हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए सारे देश के साथ साथ दक्षिण भारत में विशेष रूप से काम कर रहे।

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डाॅ गुंडाल विजय कुमार ने अपने सारे कार्यों को अपने माता पिता पत्नी बच्चों राघवेन्दर, रमण श्री, उमा महेश्वरी, अभिज्ञ श्री, सुप्रज्ञ श्री को समर्पित किया है। डॉ विजय कुमार हैदराबाद तेलंगाना अपने सारे कार्य छोड़ कर हिंदी प्रचार प्रसार में दिन रात लगे हैं। हिंदी के वर्तमान स्थिति को देखते हुए बहुत दुखी है व कवि संगम त्रिपाठी संस्थापक प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। डॉ विजय कुमार जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि हिंदी के लिए अधिकांश लोग सिर्फ पुरुस्कार पाने के लिए काम कर रहे है जो कि हास्यास्पद सा लगता है। लोग ईमानदारी से हिंदी के लिए काम करे तो हिंदी राष्ट्रभाषा बने और रोजगार की भाषा बने। आज देश में हिंदी पढ़े लिखे लोग बेरोजगार भटक रहे है व दर दर की ठोकरें खा रहे हैं जो कि नहीं होना चाहिए।

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