बिलासपुर –:::;—विश्व प्रसिद्ध शदाणी दरबार में पांचवी पीठाधीश पूज्य माता साहिब जी के “महोत्सव का त्रि दिवसीय कार्यक्रम 24 से 26 जून तक आयोजित हुआ। कालचक्र के परिवर्तन से कलयुग का दुष्कर समय चल रहा है, परिणाम स्वरूप मानव जीवन कुछ सुख के साथ अभाव पीड़ा दुख सहते हुए जीवन चक्र पूर्ण कर रहा है, दुखियों की पुकार से ईश्वर का हृदय द्रवित हो जाता है और संत महात्माओं के रूप में उनके अंशावतार इस धरा पर हर समय काल में मानव मात्र के कल्याणार्थ अवतरित होते हैं ,उसी कड़ी में शिव अवतारी शदाणी संतों की परंपरा में परम पूज्य माता हासी देवी जी का अवतरण आषाढ़ शुक्ल पक्ष की अष्टमी के दिन सन् 1826 में हुआ था ।इस संत परंपरा में अद्भुत शक्तियों की मालिक व सेवा की मूरत माता साहिब जी ने सबसे अधिक समय तक शदाणी दरबार के माध्यम से जनसेवा की। तीन दिवसीय “महोत्सव के द्वितीय दिवस पर सामूहिक आदर्श विवाह तथा यज्ञोपवीत संस्कार और फ्री मेडिकल कैंप का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। 26 जून प्रातः अवतरण दिवस के उपलक्ष में पूज्य माता साहिब जी के श्री विग्रह की फल फूल गंगाजल से चरण वंदना की गई। भजन- कीर्तन, प्रवचन तथा आरती व प्रार्थना की गई। दोपहर को 12:00 बजे से पुनः भव्य भजन- कीर्तन, प्रवचन विश्व प्रसिद्ध संतों व भजन गायक के माध्यम से आंनद की वर्षा की गई, पश्चात् श्रीमद्भगवद्गीता के तीन दिवसीय पाठ का भव्य समापन हुआ। आरती-अरदास के साथ सबके मंगल व कल्याण की कामना की गई, विश्व में प्रेम- प्यार व सद्भावना बड़े तथा शांति स्थापित हो, ऐसी शुभ कामना की गई। 24 से 30 जून प्रतिदिन संध्या 5:00 से 8:00 बजे श्रीमद्भागवत महापुराण पर व्याख्यान मात्र 8 वर्षीय बालिका अनुष्का पाठक जी के मुखारविंद से भक्तों के कल्याणार्थ आयोजित है ।छात्रों के ज्ञान वर्धन के लिए क्विज कंपटीशन 26 जून रात्रि 8:00 बजे को आयोजित की गई।बिलासपुर से विजय दुसेजा की रिपोर्ट